क्या जीएसटी सुधार और त्योहारी मांग के चलते सितंबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 9 प्रतिशत का उछाल आया?

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क्या जीएसटी सुधार और त्योहारी मांग के चलते सितंबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 9 प्रतिशत का उछाल आया?

सारांश

सितंबर में भारत के दोपहिया वाहनों की बिक्री में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई। जीएसटी कटौती और त्योहारी मांग ने इस वृद्धि को प्रेरित किया। यह लेख जानने के लिए महत्वपूर्ण है कि कैसे ये कारक दोपहिया उद्योग पर प्रभाव डाल रहे हैं।

Key Takeaways

  • जीएसटी कटौती के कारण दोपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि।
  • त्योहारी सीजन ने मांग को बढ़ावा दिया।
  • हीरो मोटोकॉर्प सबसे बड़ी विक्रेता बनी।
  • रॉयल एनफील्ड ने सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की।
  • होंडा मोटरसाइकिल का प्रदर्शन कमजोर रहा।

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के दोपहिया वाहन निर्माताओं ने सितंबर में जीएसटी सुधार के बाद त्योहारी सीजन की मांग के चलते बिक्री में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 20 लाख वाहनों के आंकड़े को पार कर गई।

केंद्र सरकार ने 350 सीसी तक की मोटरसाइकिलों पर टैक्स रेट 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है।

देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी की थोक बिक्री 5 प्रतिशत बढ़कर 647,582 यूनिट हो गई, जबकि उसका पंजीकरण 19 प्रतिशत बढ़कर 323,230 इकाई हो गया।

दूसरी सबसे बड़ी कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) का प्रदर्शन दूसरे प्रतिस्पर्धियों के बीच सबसे कमजोर रहा। कंपनी की बिक्री 3 प्रतिशत बढ़कर 505,000 यूनिट हो गई। कंपनी ने धीमी वृद्धि के कारणों को लेकर जानकारी नहीं दी।

चेन्नई स्थित टीवीएस मोटर कंपनी ने स्कूटरों की मजबूत मांग के चलते बिक्री में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 4,13,000 यूनिट बेचीं। पुणे स्थित बजाज ऑटो की बिक्री 5 प्रतिशत बढ़कर 2,73,000 यूनिट हो गई।

आयशर मोटर्स के स्वामित्व वाली रॉयल एनफील्ड ने सितंबर में बिक्री में सबसे तेज उछाल दर्ज किया, जिसकी बिक्री 43 प्रतिशत बढ़कर 1,13,000 यूनिट हो गई।

विश्लेषकों के अनुसार, खरीदारी के लिए अशुभ माने जाने वाले श्राद्ध काल के कारण महीने की शुरुआत सुस्त रही, लेकिन नवरात्रि की शुरुआत और जीएसटी में राहत के साथ अंतिम सप्ताह में मांग में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई।

इस बीच, एक्सिस सिक्योरिटीज की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की सितंबर की बिक्री के आंकड़ों में मिला-जुला रुझान देखने को मिला है, जहां दोपहिया, तिपहिया, कमर्शियल वाहनों और ट्रैक्टरों की बिक्री में अच्छी वृद्धि हुई, जबकि यात्री वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई।

दोपहिया/तिपहिया सेगमेंट में घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 6 प्रतिशत और मासिक आधार पर 18 प्रतिशत बढ़ी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत का दोपहिया वाहन उद्योग जीएसटी में राहत और त्योहारी मांग के चलते एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। इस वृद्धि के पीछे की रणनीतियों को समझना जरूरी है ताकि भविष्य में स्थायी विकास की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकें।
NationPress
04/10/2025

Frequently Asked Questions

सितंबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री क्यों बढ़ी?
जीएसटी में कटौती और त्योहारी मांग के कारण सितंबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि हुई।
कौन सी कंपनी ने सबसे ज्यादा बिक्री की?
हीरो मोटोकॉर्प ने सबसे ज्यादा बिक्री की, जिसकी थोक बिक्री 5 प्रतिशत बढ़कर 647,582 यूनिट हो गई।
क्या होंडा मोटरसाइकिल का प्रदर्शन कमजोर रहा?
हां, होंडा मोटरसाइकिल का प्रदर्शन अन्य कंपनियों की तुलना में कमजोर रहा, जिसमें बिक्री 3 प्रतिशत बढ़कर 505,000 यूनिट हुई।
रॉयल एनफील्ड की बिक्री में कितनी वृद्धि हुई?
रॉयल एनफील्ड की बिक्री 43 प्रतिशत बढ़कर 1,13,000 यूनिट हो गई।
दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना वृद्धि का प्रतिशत क्या है?
दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई।