क्या शी चिनफिंग ने 'चीन-मध्य एशिया भावना' पर विचार किया?

सारांश
Key Takeaways
- पारस्परिक सम्मान और समान व्यवहार का पालन करने की आवश्यकता।
- आपसी विश्वास को गहरा करना चाहिए।
- समान जीत और साझा विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
- आपसी सहायता और सहयोग को बनाए रखना होगा।
बीजिंग, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। दूसरे चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन का आयोजन कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में स्थित स्वतंत्रता महल में हुआ।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने भाषण में कहा कि समय के अनुरूप हमने "आपसी सम्मान, आपसी विश्वास, आपसी लाभ, आपसी सहायता और उच्च गुणवत्ता वाले विकास के माध्यम से सामान्य आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने" की चीन-मध्य एशिया भावना का उल्लेख किया।
उन्होंने चीन-मध्य एशिया भावना पर जोर देते हुए बताया कि पहला, हमें पारस्परिक सम्मान और समान व्यवहार का पालन करना चाहिए। चाहे देश बड़ा हो या छोटा, सभी के साथ समान व्यवहार होना चाहिए। यदि कोई मुद्दा हो तो हम सामूहिक रूप से चर्चा एवं निर्णय लेते हैं।
दूसरा, हमें आपसी विश्वास को गहरा कर एक स्वर में प्रतिक्रिया करनी चाहिए। हम राष्ट्रीय स्वतंत्रता, प्रभुसत्ता, प्रादेशिक अखंडता और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा में एक-दूसरे का दृढ़ समर्थन करते हैं।
तीसरा, हमें आपसी लाभ, समान जीत और साझा विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हम एक-दूसरे के प्राथमिक साझीदार हैं और विकास के अवसर प्रदान करते हैं।
चौथा, हमें आपसी सहायता और सहयोग को बनाए रखना चाहिए। हम एक-दूसरे के विकास में सहयोग करते हैं और विभिन्न जोखिमों का सामना करते हैं, ताकि क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन-मध्य एशिया भावना पीढ़ियों से सहयोग का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करती है। हमें इसे बनाए रखते हुए विकास की दिशा में आगे बढ़ना होगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)