क्या झारखंड के सिमडेगा के बाघचंडी मंदिर में तोड़फोड़ हुई है?

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क्या झारखंड के सिमडेगा के बाघचंडी मंदिर में तोड़फोड़ हुई है?

सारांश

झारखंड के सिमडेगा में बाघचंडी मंदिर में हुई तोड़फोड़ ने स्थानीय लोगों को आक्रोशित कर दिया है। इस घटना के खिलाफ लोगों ने सड़क पर उतरकर कार्रवाई की मांग की है। क्या यह एक संगठित साजिश है? जानिए पूरी कहानी में।

Key Takeaways

  • सिमडेगा में बाघचंडी मंदिर में तोड़फोड़ की गई।
  • स्थानीय लोगों ने घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
  • पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है।
  • राजनीतिक नेताओं ने इस घटना की निंदा की है।
  • जिले में शांति बनाए रखने की आवश्यकता है।

सिमडेगा, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के सिमडेगा जिला के कोलेबिरा प्रखंड में स्थित प्रसिद्ध बाघचंडी मंदिर में शनिवार रात को अज्ञात असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की है। जैसे ही रविवार सुबह इसकी सूचना फैली, लोग आक्रोशित हो उठे। क्षेत्र के सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए और तोड़फोड़ करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। घटना का विरोध करते हुए कोलेबिरा बाजार के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं।

इसी बीच, पुलिस ने इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि इसी ने इस घटना को अंजाम दिया। मंदिर के पुजारी पंचम सिंह ने कहा कि जब वह पूजा के लिए पहुंचे, तो मंदिर का मुख्य दरवाजा टूट चुका था, बाहर लगा त्रिशूल उखाड़कर फेंक दिया गया था और परिसर में लगी लाइटें, गेट और पूजा सामग्री भी क्षतिग्रस्त हो गई थीं।

उन्होंने कहा कि मुख्य पूजा स्थल के साथ भी छेड़छाड़ की गई है और कई धार्मिक वस्तुएं तोड़ी गई हैं, जिससे प्रतीत होता है कि मंदिर की पवित्रता को भंग करने का प्रयास किया गया है। कोलेबिरा के कांग्रेस विधायक विक्सल कोंगाड़ी, पूर्व विधायक विमला प्रधान और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। हिंदू ब्रिगेड ने इसे जिले का सौहार्द बिगाड़ने की साजिश बताया है।

संस्थान ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व जिले के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ दिन पहले इसी क्षेत्र में चर्च पर हमला हुआ और अब मंदिर में तोड़फोड़ की गई, यह गहरी साजिश का संकेत है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बड़ाइक ने कहा कि यह केवल मंदिर पर नहीं, बल्कि आस्था और संस्कृति पर सीधा प्रहार है।

उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार में न तो सनातनी सुरक्षित हैं, न मंदिर और न ही सरना स्थल। भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाइक ने कहा कि यह घटना धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का प्रयास है और प्रशासन को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के उच्च अधिकारियों ने मंदिर परिसर पहुंचकर जांच शुरू की। सिमडेगा एसपी एम. अर्शी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने इस मामले में एक युवक को पकड़ा है।

एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में युवक के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की जानकारी मिली है, हालांकि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

Point of View

बल्कि यह समाज में बढ़ती असुरक्षा का भी संकेत है। सभी समुदायों को मिलकर शांति और सौहार्द बनाए रखने की आवश्यकता है।
NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

तोड़फोड़ के पीछे कौन लोग थे?
अज्ञात असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की है। एक युवक को हिरासत में लिया गया है जो इस घटना में शामिल होने का आरोपित है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया क्या है?
स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।
क्या प्रशासन ने कोई कदम उठाया है?
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और एक युवक को हिरासत में लिया है।