क्या सोमालिया में सूखे का संकट और बढ़ रहा है? यूएन की चेतावनी, 46 लाख लोग प्रभावित
सारांश
Key Takeaways
- 46 लाख लोग सूखे से प्रभावित हैं।
- अगली बारिश अप्रैल 2026 तक नहीं होने की संभावना।
- खाद्य सामग्री की कमी हो रही है।
- 75,000 से ज्यादा छात्र स्कूल छोड़ चुके हैं।
- अन्य क्षेत्रों में खाद्य संकट बढ़ सकता है।
संयुक्त राष्ट्र, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सोमालिया में सूखे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले चार मौसमों से पर्याप्त बारिश न होने और फंडिंग की कमी के कारण यहां पर सुखाड़ की स्थिति और गंभीर होती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि इस संकट से लगभग 46 लाख लोग प्रभावित हैं, जो कि सोमालिया की कुल जनसंख्या का लगभग एक चौथाई है।
संयुक्त राष्ट्र के सहयोगियों ने बताया कि सितंबर से दिसंबर के बीच कम से कम 120,000 लोग बेघर हो चुके हैं। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह भी कहा कि सोमालिया में पानी की कीमतें आसमान छू रही हैं, खाद्य सामग्री की उपलब्धता घट रही है, जानवर मर रहे हैं और लोगों का जीवन यापन संकट में है।
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने कहा कि शिक्षा पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और देशभर में 75,000 से ज्यादा छात्र स्कूल छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। दुजारिक ने आगे कहा कि जनवरी से मार्च के बीच आने वाले सूखे के मौसम से स्थिति और खराब होने की आशंका है। इससे पानी की कमी और जानवरों की मौत का खतरा बढ़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में भोजन की कमी हो सकती है।
अधिकारी पशुपालन और कृषि से होने वाली रोजी-रोटी के संकट को रोकने के लिए तत्काल सहायता की मांग कर रहे हैं।
यूएन महासचिव के प्रवक्ता ने यह चेतावनी दी है कि अगले चार महीने बहुत महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि अगला बारिश का मौसम अप्रैल 2026 तक आने की संभावना नहीं है।
दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष ने नवंबर में 10 मिलियन डॉलर की फंडिंग की थी, लेकिन अभी और सहायता की आवश्यकता है। यूएन ऑफिस फॉर द कोऑर्डिनेशन ऑफ ह्यूमैनिटेरियन अफेयर्स (ओसीएचए) ने बताया कि सूखे की स्थिति दो मुख्य बारिश के मौसमों की विफलता के बाद आई है और फंड की कमी ने इसे और भी गंभीर बना दिया है।
ओसीएचए ने सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में जारी अपनी नई रिपोर्ट में कहा कि सोमाली अधिकारी तुरंत मदद की अपील कर रहे हैं ताकि पशुपालन और कृषि से होने वाले संभावित नुकसान को रोका जा सके। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले चार महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं।
ओसीएचए ने कहा कि जनवरी से मार्च तक आने वाले सूखे के मौसम से पहले से मौजूद सूखे की स्थिति और बिगड़ सकती है। पानी की कमी, जानवरों का असामान्य पलायन और जानवरों की मौतों में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे कई क्षेत्रों में खाद्य संकट बढ़ सकता है।
एजेंसी के अनुसार, मानवीय सहायता प्रदान करने वाले संगठन तैयार हैं, जिसमें सप्लाई स्टॉक की मैपिंग करना, हालात की गंभीरता का आकलन करने के लिए विभिन्न स्थानों पर जाना, और तात्कालिक कार्रवाई के लिए मौजूद संसाधनों का मूल्यांकन करना शामिल है। हालांकि फंडिंग की कमी समस्या उत्पन्न कर रही है, फिर भी सहायता के लिए प्रयास जारी हैं।