क्या श्रीकाकुलम मंदिर में हुई भगदड़ के लिए जिम्मेदार लोग सजा पाएंगे?
सारांश
Key Takeaways
- आंध्र प्रदेश में हुई भगदड़ ने नौ लोगों की जान ली।
- मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
- अफरा-तफरी का कारण भीड़ का अत्यधिक होना था।
- सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखने की आवश्यकता है।
- जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अमरावती, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने श्रीकाकुलम मंदिर में हुई भगदड़ पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने श्री सत्य साईं जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर मंदिर में हुई यह दुखद घटना कार्तिक मास की एकादशी के उत्सव के दौरान हुई, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना किसी उचित व्यवस्था के एकत्र हुए थे।
उन्होंने कहा, "इस दुखद घटना में निर्दोष लोगों की जान चली गई। मैं मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।" काशी बुग्गा में एक निजी व्यक्ति ने वेंकटेश्वर मंदिर का निर्माण कराया और आयोजकों ने पुलिस को आयोजन की सूचना नहीं दी। यदि उन्हें पहले से सूचित किया गया होता, तो हम पुलिस सुरक्षा प्रदान कर सकते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, "इस समन्वय की कमी के कारण नौ लोगों की जान गई और पांच लोग घायल हुए। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी घटनाएं होती हैं। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि एक भी व्यक्ति की जान न जाए, और इस घटना की पूरी जांच की जाएगी।"
बता दें कि वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में एकादशी उत्सव के दौरान भगदड़ मची, जिसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मची। मामले की जांच जारी है।