क्या सुदर्शन रेड्डी नक्सलवाद के समर्थक हैं?

सारांश
Key Takeaways
- रेड्डी का नक्सलवाद से इनकार
- सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट पर स्पष्टता
- सलवा जुडूम पर समाज की राय महत्वपूर्ण
- राजनीतिक टिप्पणी से परहेज
- सुरक्षा मामलों पर सावधानी
नई दिल्ली, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के 'इंडिया' ब्लॉक ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। उन्होंने अपने बारे में नक्सलियों का समर्थक बताए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
रेड्डी ने कहा, "मैंने आज तक कोई ऐसा कार्य नहीं किया है, जिसके आधार पर आप मुझे उनका समर्थक कह सकें। यह स्पष्ट है कि जजमेंट मेरा नहीं है, मैंने केवल लिखा है, जबकि जजमेंट सिर्फ सुप्रीम कोर्ट का है। तीन व्यक्तियों ने इस जजमेंट को हटाने का प्रयास किया, लेकिन वे असफल रहे। मुझे लगता है कि पूरा जजमेंट नहीं पढ़ा गया है।"
उन्होंने सलवा जुडूम के फैसले पर कहा, "फैसला अच्छा है या बुरा, यह समाज समझेगा और अपनी प्रतिक्रिया देगा। मैंने कभी अपने फैसले की प्रशंसा नहीं की।"
रेड्डी ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बारे में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर कहा, "मैं फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। मैं सुप्रीम कोर्ट का पूर्व न्यायाधीश हूं, इसलिए टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।"
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कहा, "मैं कोई सुरक्षा विशेषज्ञ नहीं हूं। जो हमला हुआ, उसके बारे में कोई संदेह हो सकता है क्या? निर्दोष को पकड़कर मारा गया। भारत में कोई ऐसा व्यक्ति है क्या, जो पहलगाम के बारे में दूसरी राय रखता हो? पूरे देश की एक ही राय है, वही राय मेरी भी है।"
रेड्डी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में कहा, "मैं इसके विवरण में नहीं गया हूं। कोई विश्लेषण नहीं किया है। इसलिए ऑपरेशन के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, ऐसे में कुछ भी टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा।"
जातिगत जनगणना पर उन्होंने कहा, "इस पर मेरी राय का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी राय व्यक्त कर दी है।"
उन्होंने कर्नाटक धर्मस्थल विवाद पर कहा, "सवाल यह है कि ऐसा हुआ या नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए।"