क्या सुखबीर बादल की टिप्पणी ने पंजाब की राजनीति में उथल-पुथल मचाई?

सारांश
Key Takeaways
- लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव 19 जून को होगा।
- सुखबीर बादल की टिप्पणियों ने सियासी माहौल को गरमाया है।
- तरुणप्रीत सिंह ने भगवंत मान सरकार के कार्यों की प्रशंसा की है।
- उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार हैं।
- नतीजे 23 जून को घोषित होंगे।
लुधियाना, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सियासी संघर्ष जारी है। इस चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप की बौछार चल रही है। इस बीच, सुखबीर सिंह बादल की टिप्पणी ने पंजाब की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने रविवार को जवाब दिया।
तरुणप्रीत सिंह सौंध ने रविवार को लुधियाना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान नशा तस्करों, भ्रष्टाचारियों और माफियाओं के खिलाफ सख्ती करते हैं, न कि गरीबों के खिलाफ।
उन्होंने भगवंत मान सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सरकार पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और इसी दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
सुखबीर सिंह बादल को जवाब देते हुए मंत्री सौंध ने कहा कि पंजाब के लोग शिरोमणि अकाली दल का शासन पहले ही देख चुके हैं और सुखबीर बादल अपने पिता सरदार प्रकाश सिंह बादल की विरासत को भी नहीं संभाल पाए हैं।
हाल ही में सुखबीर बादल लुधियाना आए थे, जहां उन्होंने पंजाब में नशे के मुद्दे पर टिप्पणी की और डंडा उठाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि "पंजाब को एक सख्त मुख्यमंत्री की आवश्यकता है, जो नशे को खत्म करने के लिए कदम उठा सके।" लेकिन उनके इस बयान को लेकर विरोधी दलों ने आक्रामक रुख अपनाया है।
लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान 19 जून को होगा। इस चुनाव में कुल 14 उम्मीदवार शामिल हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से संजीव अरोड़ा उम्मीदवार हैं, जबकि बीजेपी ने जीवन गुप्ता, शिरोमणि अकाली दल ने परउपकार सिंह घुम्मन और कांग्रेस ने भारत भूषण आशु को टिकट दिया है।
गुरप्रीत गोगी बस्सी के निधन के कारण लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा की गई थी। नामांकन 2 जून तक प्राप्त हुए थे और नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 5 जून थी। 19 जून को मतदान के बाद लुधियाना पश्चिम सीट पर उपचुनाव के परिणाम 23 जून को घोषित किए जाएंगे।