क्या टीएमसी पर भड़के सुवेंदु अधिकारी ने भाजपा नेता अजय रॉय की गिरफ्तारी को अवैध बताया?
सारांश
Key Takeaways
- सुवेंदु अधिकारी ने गिरफ्तारी को पक्षपातपूर्ण बताया।
- अजय रॉय का 'गुनाह' एनडीए की जीत का जश्न मनाना था।
- पुलिस के दुरुपयोग पर सवाल उठाए गए हैं।
- भाजपा ने अजय रॉय का साथ देने का आश्वासन दिया है।
कोलकाता, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कूचबिहार के भाजपा संगठनात्मक जिला सचिव अजय रॉय को दिनहाटा में पुलिस ने पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया।
अधिकारी ने कहा कि रॉय को न केवल बेवजह हिरासत में लिया गया, बल्कि उन्हें घसीटते हुए ले जाया गया। उनका एकमात्र 'गुनाह' यह था कि वे एनडीए की भारी जीत का जश्न मनाने के लिए बिहार गए थे। सुवेंदु अधिकारी ने इस कथित अवैध गिरफ्तारी के लिए दिनहाटा थाने के आईसी जयदेव मोदक और एसआई अशरफ आलम को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कूचबिहार के भाजपा संगठनात्मक जिला सचिव श्री अजय रॉय को दिनहाटा में पक्षपातपूर्ण पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें घसीटते हुए ले गई, सिर्फ इसलिए कि वे एनडीए की भारी जीत का जश्न मनाने बिहार आए थे। इस अवैध गिरफ्तारी के मुख्य सूत्रधार दिनहाटा थाने के आईसी जयदेव मोदक और एसआई अशरफ आलम हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि कमल गुहा के अयोग्य पुत्र, जिन्हें माननीय राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में चुनाव-पश्चात हिंसा मामले में 'अपराधी' बताया है, ने ममता पुलिस को यह अन्यायपूर्ण कार्य करने का निर्देश दिया। तृणमूल कांग्रेस पार्टी भाजपा नेताओं के खिलाफ अपनी खीझ निकालने के लिए हर जगह इस तरह पुलिस का दुरुपयोग करती है।
अधिकारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अजय रॉय के साथ खड़ी है और कानून के इस दुरुपयोग का मुकाबला पूरी ताकत से करेगी।