क्या कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने ‘मतदाता सूची पुनरीक्षण’ को साजिश बताया?

सारांश
Key Takeaways
- तारिक अनवर ने मतदाता सूची पुनरीक्षण को साजिश बताया।
- बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है।
- अनवर ने एनडीए पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- बिहार में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ रही है।
- राजनीतिक बयानों का चुनावी माहौल पर असर पड़ता है।
नई दिल्ली, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने सोमवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए अपनी हार के डर से चुनाव आयोग के साथ मिलकर मतदाता सूची का पुनरीक्षण करा रही है।
कांग्रेस सांसद ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में चुनाव आयोग के बिहार मतदाता सूची के पुनरीक्षण को दुर्भाग्यपूर्ण और अन्यायपूर्ण बताया। उनका कहना था, "यह गरीबों के खिलाफ एक साजिश है। आने वाले समय में बिहार के लोग केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को माफ नहीं करेंगे। जो दस्तावेज मांगे जा रहे हैं, वो देना असंभव है। बिहार में 40 प्रतिशत लोग आज भी झुग्गियों में रहते हैं। बाढ़ में उनका आवास ध्वस्त हो जाता है। अधिकांश लोगों ने चिंता जताई है कि उनके पास दस्तावेज नहीं हैं। चुनाव आयोग गलत कर रहा है।"
तारिक अनवर ने बिहार में मुहर्रम जुलूस के दौरान हुई हिंसक घटनाओं पर भी कहा, "बिहार में कानून व्यवस्था लगभग ध्वस्त हो चुकी है। शायद ही कोई ऐसा दिन हो, जब बिहार के किसी हिस्से में हत्या, लूट, चोरी या बलात्कार की घटना न होती हो। आज के दौर में बिहार में जंगलराज कहने वाले क्या कहेंगे? कई लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। वह चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं। रिटायर कर्मचारी सरकार चला रहे हैं। राजनेताओं के हाथों में कुछ नहीं है।"
धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर उन्होंने कहा, "जब भी लोकसभा या विधानसभा का चुनाव आता है, इस तरह के लोग सक्रिय हो जाते हैं। इसके पीछे भाजपा का हाथ होता है। पिछले 11 साल में केंद्र सरकार के पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है। वहीं, बिहार में 20 साल के शासन में एनडीए सरकार के पास काम गिनाने के लिए कुछ नहीं बचा। बिहार में आज चारों तरफ बेरोजगारी और गरीबी है।"
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी द्वारा पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, "यह अच्छी बात है कि उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया, लेकिन पाकिस्तान का जिक्र नहीं किया। भारत को इस मौके पर दबाव बनाना चाहिए था। पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद फैलाया जा रहा है।"