क्या भाजपा देश के लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दे से भटकाने का प्रयास कर रही है?: तारिक हमीद कर्रा

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा पर चुनाव आयोग का सहायक संगठन बनने का आरोप।
- मतदाता सूची के पुनरीक्षण का विरोध होगा।
- तिरंगा यात्रा पर राजनीतिकरण का सवाल।
- सुप्रीम कोर्ट की प्रक्रिया का पालन।
- राजनीति में सच्चाई को प्राथमिकता देने की आवश्यकता।
श्रीनगर, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने आज भारत निर्वाचन आयोग पर भाजपा के सहायक संगठन के रूप में कार्य करने का आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐसे सात मतदाताओं के नाम प्रस्तुत किए हैं, जिन्हें चुनाव आयोग ने पहले ही मृत घोषित कर दिया था। यह दिलचस्प है कि ये सभी मतदाता राहुल गांधी के साथ चाय पीते हुए देखे गए थे।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर कहा कि यदि ऐसा होता है, तो इसका विरोध किया जाएगा। अभी तक बिहार में इसका विरोध हो रहा है। हम इसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं करेंगे। इस तरह भाजपा प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है।
कर्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मामले में तय प्रक्रिया का पालन करेगा। अदालत ने इस मामले में केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। सरकार द्वारा जवाब दाखिल होने के बाद ही इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
उन्होंने बताया कि सरकार को जम्मू-कश्मीर के बारे में दो तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। उन्हें या तो यह स्वीकार करना चाहिए कि यहां सुरक्षा की स्थिति उनके नेतृत्व में कमजोर है, या फिर उन्हें इस विषय पर अपनी बातों में एकरूपता रखनी चाहिए।
उन्होंने भाजपा की 'तिरंगा यात्रा' को व्यर्थ की बातें बताया और कहा कि यह वही पार्टी है जिसने 52 वर्षों तक तिरंगा अपने कार्यालय में नहीं फहराया। जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उनका झंडा तिरंगे से भी ऊंचा है।
उन्होंने यह भी कहा कि तिरंगा लोगों के दिलों में होना चाहिए, इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। आज की तारीख में 'तिरंगा यात्रा' निकालना भाजपा के लिए मजबूरी बन चुकी है। 2014 से अब तक भाजपा केवल 'तिरंगा यात्रा' के माध्यम से वोट बैंक की राजनीति कर रही है।