क्या तेलंगाना में मां ने अपने दो बच्चों की हत्या कर खुदकुशी की?

सारांश
Key Takeaways
- पारिवारिक तनाव के कारण गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है।
- समाज में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
हैदराबाद, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के नलगोंडा जिले में एक त्योहार के दिन एक विचलित करने वाली घटना में एक महिला ने अपने दो बच्चों की हत्या की और फिर खुद को भी समाप्त कर लिया।
यह घटना सोमवार सुबह कोंडामल्लेपल्ली में हुई। पुलिस के अनुसार, कंचला नागलक्ष्मी (27) ने अपनी बेटी अवंतिका (9) और बेटे बावन साई (7) को गला घोंटकर मार डाला। इसके बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पारिवारिक समस्याओं के कारण यह दुखद घटना हुई।
परिवार आंध्र प्रदेश के बापटला जिले का निवासी था और कुछ साल पहले नलगोंडा में बस गया था। नागलक्ष्मी का पति निर्माण कार्य में मजदूर था, जबकि वह भी दिहाड़ी मजदूरी करती थी।
पुलिस के प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि महिला ने बच्चों की हत्या के बाद पति के साथ झगड़े के बाद आत्महत्या करने का निर्णय लिया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और बापटला जिले में नागलक्ष्मी के रिश्तेदारों को सूचित कर दिया है।
हाल के महीनों में तेलंगाना में ऐसी घटनाओं की एक नई श्रृंखला शुरू हुई है। पिछले सप्ताह, हैदराबाद के बालानगर में एक 27 वर्षीय महिला ने अपने जुड़वां बच्चों की हत्या की और फिर आत्महत्या कर ली।
चल्लारी शैलक्ष्मी ने अपने दो साल के जुड़वां बच्चों, चेतन कार्तिकेय और लस्यता वल्ली का गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर चौथी मंजिल से कूद गई।
पुलिस के अनुसार, बच्चों की स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर शैलक्ष्मी और उनके पति अनिल कुमार के बीच अक्सर झगड़े होते थे। चेतन बोलने में असमर्थ था और परिवार उसे नियमित रूप से स्पीच थेरेपी के लिए ले जाता था।