क्या लोकतंत्र, संविधान और वोट बचाने की लड़ाई जारी रहेगी: तेजस्वी यादव?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने लोकतंत्र की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
- सर्वोच्च न्यायालय का आदेश एक महत्वपूर्ण कदम है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
- बिहार के लोगों का वोट बचाने का आश्वासन दिया गया है।
- डिजिटल तकनीकों का उपयोग बढ़ा है।
पटना, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा चुनाव आयोग के एसआईआर में काटे गए सभी नामों की सूची को सार्वजनिक करने के आदेश पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल पहली जीत है। उन्होंने आगे कहा कि यह लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है और आगे भी जारी रहेगी।
तेजस्वी ने कहा कि यही मांग हम सभी ने शुरू से की थी। उन्होंने बिहार के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि एक भी सही मतदाता का नाम नहीं कटेगा। पटना में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि एसआईआर के संबंध में हमने सभी विपक्षी दलों को पत्र भी लिखा था और सदन से लेकर सड़क तक इसका विरोध किया था। उन्होंने इस लड़ाई में सभी के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
तेजस्वी ने कहा कि लोकतंत्र, संविधान और वोट बचाने की यह लड़ाई जारी रहेगी। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद हर एक चीज पर हमारी पैनी नजर रहेगी। कौन अधिकारी क्या कर रहा है, इस पर हमारी निगरानी है। उन्होंने आगे कहा कि अब हमारी पार्टी लाठी नहीं, लैपटॉप, डाटा, एआई सहित सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करती है। बिहार लोकतंत्र की जननी है और लोकतंत्र को हम किसी भी कीमत पर खत्म नहीं होने देंगे।
तेजस्वी ने कहा कि इस मामले की सुनवाई अभी भी सर्वोच्च न्यायालय में चल रही है। यह एक अंतरिम आदेश है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि इस मामले में कितने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी चल रही थी, लेकिन चुनाव आयोग कभी भी सामने आकर अपनी बात नहीं कह पाया। उन्होंने कहा कि लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। हम सभी उनके 'डिजाइन' को समझते हैं। आने वाले चुनाव में एनडीए की करारी हार का दावा किया। तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि एसआईआर में गलत करने वाले कहीं भी बचने वाले नहीं हैं। जब नाम कटने वालों की सूची सामने आएगी तो इनकी और पोल खुलेगी।