क्या ठाणे में भारी बारिश और भातसा डैम खुलने से नदी का जलस्तर बढ़ा?

सारांश
Key Takeaways
- ठाणे में मूसलाधार बारिश के कारण प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है।
- भातसा डैम के गेट खोले गए हैं, जलस्तर बढ़ने के कारण।
- 42 गांवों की सूची तैयार की गई है, जहाँ स्थानांतरण की आवश्यकता हो सकती है।
- एनडीआरएफ को तैनात किया गया है, और राहत कार्य तेज किए गए हैं।
- नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहें न फैलाएं।
ठाणे, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में निरंतर हो रही मूसलाधार बारिश के चलते प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। मौसम विभाग ने रविवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि सोमवार को ऑरेंज और मंगलवार को येलो अलर्ट रहेगा।
भारी बारिश के कारण भातसा डैम के पांच गेट खोल दिए गए हैं, जिससे भातसा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। ठाणे के ग्रामीण क्षेत्र में तीन पुल पानी में डूब गए हैं, जिसके कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर आज दोपहर एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें ठाणे सहित पांच जिलों की स्थिति पर चर्चा की गई।
जिल्हाधिकारी कृष्ण पांचाल ने बताया कि शनिवार को ठाणे में 120 मिमी बारिश दर्ज की गई। मुरबाड और ठाणे तालुका में बारिश से फसलों को नुकसान की आशंका है। उन्होंने कहा, "रविवार की बारिश के आधार पर पंचनामा (सर्वे) के आदेश दिए जाएंगे। तानसा, भातसा और अन्य डैमों की कड़ी निगरानी की जा रही है। भातसा डैम के गेट खोले गए हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।"
उल्हास नदी को लेकर फैली अफवाहों पर स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा कि सभी नदियां चेतावनी और खतरे की सीमा से नीचे हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि पुरानी तस्वीरें या वीडियो देखकर अफवाहें न फैलाएं और केवल सरकारी वेबसाइट, जनसंपर्क कार्यालय या ग्राम पंचायत/तलाठी से जानकारी लें।
प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। एनडीआरएफ की टीम कल्याण में तैनात है, जबकि ठाणे आपदा प्रतिसाद दल (टीडीआरएफ) सहित सभी टीमें पिछले 2-3 दिनों से अलर्ट मोड पर हैं। 42 गांवों की सूची तैयार की गई है, जहां जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। सातगांव में भातसा डैम के गेट खुलने के बाद शिफ्टिंग की आवश्यकता पड़ सकती है, जिसके लिए पहले से तैयारी कर ली गई है। रात में बारिश बढ़ने की स्थिति में टीमें स्थानांतरण के लिए तैयार हैं।