क्या उदित राज ने योगी आदित्यनाथ पर बरेली हिंसा में भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- उदित राज ने योगी आदित्यनाथ के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- बरेली की हिंसा की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
- भाजपा और मौलानाओं के बीच मिलीभगत का आरोप।
- केंद्र सरकार पर दोहरे चरित्र का आरोप।
- हिंसा की घटनाएं समाज में तनाव पैदा करती हैं।
लखनऊ, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता उदित राज ने उत्तर प्रदेश के बरेली में उपद्रवियों पर हुए लाठीचार्ज का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान पर भी तीखा हमला बोला, जिसमें उन्होंने कहा कि "माहौल खराब करने वाले मौलाना की डेंटिंग पेंटिंग करना जरूरी था।" उदित राज ने यह भी आरोप लगाया कि कई मौलाना भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और हिंसा भाजपा की मिलीभगत से हो रही है।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "कई मौलानाओं ने भाजपा के साथ हाथ मिलाया है और उनके लिए यह जरूरी है कि देश में हिंदू-मुस्लिम का विवाद चलता रहे।" उन्होंने यह भी कहा कि जो दिखता है वह हमेशा सही नहीं होता है।
उदित राज ने कहा कि 'आई लव मोहम्मद' भी उसी तरह का नारा है जैसे 'बजरंग बली की जय हो' और 'जय श्रीराम' के नारे हैं। इसमें किसी को भी चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। बरेली की घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी पाए जाएं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि योगी सरकार जांच में दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी, बल्कि स्थिति को और बिगाड़ेगी। यह भी संभव है कि निर्दोष लोगों को पकड़ लिया जाए। यह घटना मिलीभगत के परिणामस्वरूप हो सकती है इसलिए किसी भी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।
'आई लव योगी आदित्यनाथ' बनाम 'आई लव अखिलेश यादव' के पोस्टरों पर उदित राज ने कहा कि यह केवल भावना व्यक्त करने का एक तरीका है, जिसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। लेकिन जो लोग 'आई लव मोहम्मद' का पोस्टर लेकर चल रहे हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए कि कहीं कोई गलत न हो जाए।
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के फाइनल मैच पर उन्होंने केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ने दूसरे देश में कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है। फिर भी उसी आतंकवादी देश के साथ मैच खेला जा रहा है। यह केंद्र सरकार का दोहरा चरित्र है।
कांग्रेस नेता ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस मैच में अमित शाह का निजी स्वार्थ जुड़ा हुआ है। इसलिए यह मैच खेला जा रहा है।