क्या यूपी विधानसभा में विजन डॉक्यूमेंट पर सार्थक चर्चा हुई? मंत्री और विधायकों ने क्या सुझाव दिए?

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क्या यूपी विधानसभा में विजन डॉक्यूमेंट पर सार्थक चर्चा हुई? मंत्री और विधायकों ने क्या सुझाव दिए?

सारांश

उत्तर प्रदेश विधानसभा में 24 घंटे का विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। विधायकों ने आर्थिक प्रगति और सामाजिक विकास से जुड़े मुद्दों पर सार्थक सुझाव दिए। सत्र का उद्देश्य प्रदेश के विकास को नई दिशा देना है।

Key Takeaways

  • विशेष सत्र में सभी विधायकों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
  • आर्थिक प्रगति और सामाजिक विकास पर जोर दिया गया।
  • विपक्ष ने भी रचनात्मक सुझाव दिए।

लखनऊ, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान 24 घंटे का विशेष सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ विजन डॉक्यूमेंट पर केन्द्रित चर्चा हुई, जिसमें आर्थिक प्रगति, बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य और सामाजिक विकास जैसे मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। विधानसभा में पक्ष और विपक्षी विधायकों ने रचनात्मक सुझावों के साथ सत्र को ऐतिहासिक बनाया।

यूपी सरकार के मंत्री अनिल राजभर ने सत्र की सराहना करते हुए कहा, "यह बहुत अच्छी बात है, इतनी सार्थक चर्चा हुई है। कई सम्मानित विधायकों ने बहुमूल्य सुझाव दिए हैं। सभी विभागीय मंत्रियों ने अपने विभाग की योजनाओं को सदन में विस्तार से प्रस्तुत किया है। यह पूरे प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और बहुत ही सार्थक चर्चा हुई है।"

मंत्री दयाशंकर सिंह ने विपक्ष के रचनात्मक सहयोग की सराहना करते हुए कहा, "विपक्ष का सहयोग मिल रहा है। विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश विजन 2047 को लेकर उनकी दिलचस्पी है। विपक्ष के लोग डटकर बैठे हुए हैं। सभी के मन में 2047 को लेकर सपने हैं, जिन्हें पूरे देश और दुनिया के सामने साझा किया जा रहा है। इससे यूपी के विकास के लिए सकारात्मक निष्कर्ष निकलेगा।"

मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सत्र की सराहना करते हुए कहा, "एक सार्थक चर्चा हुई है। मैं दोनों पक्षों की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देना चाहता हूं कि 24 घंटे की चर्चा विकसित भारत, विकसित यूपी के लिए और पीएम मोदी के सपने को पूरा करने के लिए यह निर्णय लिया गया। सभी विधायक अपनी बात रख रहे हैं। राज्य में सबकुछ ठीक चल रहा है, कानून का राज है। महाकुंभ में 68 करोड़ लोग स्नान करने आए, और राज्य के लोगों ने उनका स्वागत किया, पुण्य के भागीदार बने।"

उन्होंने आगे कहा, "चर्चा में यूपी के भविष्य के लिए विचार हो रहा है। दोनों हाथों को काम, भरपेट भोजन, छत, किसी का उत्पीड़न न हो, गरीबों को पक्का मकान दिया जा रहा है। भेदभाव नहीं हो रहा, सबका विकास करना हमारा दायित्व है।"

मंत्री आशीष पटेल ने इस पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "केवल बड़े विजन वाले ही विजन डॉक्यूमेंट ला सकते हैं, और निश्चित रूप से, यह 24 घंटे चलने वाली निरंतर चर्चा है जिसमें विधानसभा के सभी सदस्य और विधान परिषद के सभी सदस्य भाग ले रहे हैं। यह निस्संदेह एक अत्यंत सराहनीय पहल है।"

भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने कहा, "विपक्ष के पास कोई दस्तावेज नहीं है; उनके पास उत्तर प्रदेश को कहां ले जाना है, इसके लिए कोई एजेंडा या विजन नहीं है। वे केवल उत्तर प्रदेश को जातिवाद की आग में धकेलना चाहते हैं और इस तरह सत्ता हासिल करना चाहते हैं। सत्ता हथियाने के लिए उनका एकमात्र हथियार धार्मिक तुष्टिकरण और जाति के आधार पर समाज को बांटना है।"

Point of View

जहां सभी दलों ने मिलकर प्रदेश की बेहतरी के लिए सुझाव दिए। यह दिखाता है कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, जब बात प्रदेश के विकास की हो, तो सभी एकजुट हो सकते हैं।
NationPress
28/12/2025

Frequently Asked Questions

यूपी विधानसभा के विशेष सत्र में क्या चर्चा हुई?
सत्र में 'विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश 2047' विजन डॉक्यूमेंट पर आर्थिक प्रगति, बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य और सामाजिक विकास जैसी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस सत्र में कौन-कौन से मंत्री शामिल थे?
सत्र में मंत्री अनिल राजभर, दयाशंकर सिंह, स्वतंत्र देव सिंह और आशीष पटेल शामिल थे।
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