क्या उत्तर बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है?

Click to start listening
क्या उत्तर बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है?

सारांश

उत्तर बंगाल में मौसम बिगड़ने से भारी बारिश की आशंका है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। सभी जरूरी जानकारियों के लिए पढ़ें।

Key Takeaways

  • भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
  • मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया है।
  • सरकारी सलाह के अनुसार नदियों के पास न जाएं।
  • तेज हवाओं और बारिश की वजह से स्थिति गंभीर हो सकती है।
  • बुधवार से मौसम में सुधार की संभावना है।

कोलकाता, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल का मौसम अभी भी बिगड़ा हुआ है। उत्तर बिहार में स्थित निम्न दबाव का क्षेत्र अब एक चक्रवातीय परिसंचरण में बदल चुका है। इसके प्रभाव से बंगाल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। अलीपुर मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर बंगाल के कई जिलों में आज खराब मौसम रहने की उम्मीद है। इनमें अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और कोचबिहार शामिल हैं। इसके साथ ही, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों के लिए भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

अलीपुर मौसम विभाग की वैज्ञानिक अन्वेषा भट्टाचार्य ने बताया कि उत्तर बंगाल के कई जिलों में आज तेज़ बारिश और झोंकेदार हवाओं का असर रहेगा। उन्होंने कहा कि अलीपुरद्वार जिले में बारिश की तीव्रता बहुत अधिक रहने की संभावना है, जहां 200 मिमी से अधिक वर्षा हो सकती है। तेज हवाओं के कारण स्थिति गंभीर हो सकती है। इसके अलावा, दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी और कोचबिहार में भी बहुत भारी बारिश का आसार है। अलीपुरद्वार में सोमवार तक बारिश जारी रह सकती है, जबकि मंगलवार से बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे घटने की उम्मीद है।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सिक्किम, उत्तर बंगाल, असम और मेघालय के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन की आशंका है। वहीं, दार्जिलिंग और कालिम्पोंग के पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क संपर्क बाधित होने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही, नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है जिससे निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

अलीपुर मौसम केंद्र ने बताया कि उत्तर बंगाल की खाड़ी में समुद्र आज भी उफान पर रहेगा। इसलिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है। यह चेतावनी पश्चिम बंगाल और ओडिशा दोनों राज्यों के मछुआरों के लिए लागू है। समुद्री हवाओं की गति में बढ़ोतरी और ऊंची लहरों के कारण तटीय इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है।

मौसम वैज्ञानिक ने आगे बताया कि दक्षिण बंगाल में आज आसमान ज्यादातर बादलों से घिरा रहेगा। दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर के तटीय जिलों में भारी बारिश की संभावना है, जबकि अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कोलकाता में आज भारी बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन आसमान बादलों से घिरा रहेगा और गरज-चमक के साथ छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि अगले दो दिनों तक शहर में हल्की बारिश जारी रह सकती है, जबकि बुधवार से मौसम में सुधार और बारिश की तीव्रता में गिरावट आने की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रशासन और स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे नदियों और जलाशयों के पास अनावश्यक रूप से न जाएं, बिजली गिरने से बचाव के लिए खुले स्थानों में रुकने से परहेज करें और यात्रा के दौरान मौसम अपडेट पर ध्यान दें।

Point of View

हमें यह समझने की आवश्यकता है कि मौसम परिवर्तन का प्रभाव न केवल स्थानीय समुदायों पर होता है, बल्कि यह देश के आर्थिक और सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित कर सकता है। हमें सभी स्तरों पर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

उत्तर बंगाल में भारी बारिश का कारण क्या है?
उत्तर बंगाल में भारी बारिश का कारण एक चक्रवातीय परिसंचरण है जो निम्न दबाव क्षेत्र से उत्पन्न हुआ है।
मछुआरों को समुद्र में जाने से क्यों रोका गया है?
मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया है क्योंकि वहां समुद्र की लहरें ऊंची और हवाएं तेज हो सकती हैं।
भारी बारिश के दौरान हमें क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
भारी बारिश के दौरान नदियों और जलाशयों के पास अनावश्यक रूप से न जाने, बिजली गिरने से बचने के लिए खुले स्थानों में न रुकने की सलाह दी जाती है।
क्या बारिश का असर स्थानीय परिवहन पर पड़ेगा?
जी हां, बारिश का असर स्थानीय परिवहन पर पड़ेगा, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में।
क्या आगे मौसम में सुधार की उम्मीद है?
हां, मौसम विभाग के अनुसार बुधवार से मौसम में सुधार की उम्मीद है।