क्या वसुंधरा राजे ने अजमेर में सांवरलाल जाट की मूर्ति का अनावरण किया?

सारांश
Key Takeaways
- वसुंधरा राजे ने सांवरलाल जाट की मूर्ति का अनावरण किया।
- कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री और अन्य नेताओं ने भाग लिया।
- सांवरलाल जाट का योगदान किसानों और गरीबों के लिए महत्वपूर्ण रहा।
- इस समारोह ने राजस्थान की राजनीतिक संस्कृति को मजबूत किया।
- सांवरलाल जाट की याद में यह एक ऐतिहासिक क्षण है।
अजमेर, ६ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को अरांई क्षेत्र के सिरोंज गांव में एक भव्य समारोह में पूर्व मंत्री सांवरलाल जाट की मूर्ति का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने सांवरलाल जाट के व्यक्तित्व और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि वह हमेशा किसानों और गरीबों के सच्चे हितैषी रहे।
राजे ने कहा, "सांवरलाल जाट पूरे राजस्थान को अपना परिवार मानते थे। उनका सादगी और समर्पण आज भी जन-जन के दिलों में बसता है।" उन्होंने सांवरलाल जाट के परिवार को अपना परिवार बताते हुए उनकी सच्चाई और पारदर्शिता की सराहना की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "आजकल लोग चेहरे पर अलग-अलग मुखौटे लगाते हैं, लेकिन सांवरलाल जाट जैसा अंदर थे, वैसा ही बाहर भी।"
उन्होंने कहा कि उनकी और सांवरलाल जाट की विचारधारा एक थी, क्योंकि दोनों ने भैरों सिंह शेखावत की पाठशाला में राजनीतिक और सामाजिक मूल्यों की शिक्षा ग्रहण की थी। इस कारण दोनों ने मिलकर राजस्थान के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए।
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा, और किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने सांवरलाल जाट के सामाजिक और राजनीतिक योगदान को याद किया और उनकी मूर्ति स्थापना को एक ऐतिहासिक क्षण बताया।
वसुंधरा राजे सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने सिरोंज गांव के सरपंच रामलाल मीणा और ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने और सांवरलाल जाट की स्मृति में एक सुंदर प्रतिमा स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के अंत में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सभी के साथ मिलकर "जय जय राजस्थान" का नारा लगाया, जिसने समारोह में उपस्थित लोगों में जोश भर दिया।