क्या अमेरिका के दवाब से वेनेजुएला नाखुश है? रक्षा मंत्री बोले-हम शांति चाहते हैं
सारांश
Key Takeaways
- वेनेजुएला के रक्षा मंत्री ने अमेरिकी सैन्य अभ्यास की निंदा की है।
- लोपेज ने इसे सदी का सबसे बड़ा खतरा बताया है।
- वेनेजुएला शांति की कामना करता है।
- वेनेजुएला ने अमेरिका के प्रतिबंधों को अवैध कहा है।
- अमेरिका का दवाब स्थानीय मछुआरों पर प्रभाव डाल रहा है।
काराकास, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वेनेजुएला के रक्षा मंत्री व्लादिमीर पैड्रिनो लोपेज ने अमेरिकी नौसेना द्वारा वेनेजुएला के तट के पास की गई सैन्य अभ्यास की कड़ी निंदा की है और कहा कि इससे स्थानीय मछुआरे भयभीत हो गए हैं। लोपेज ने इन परिस्थितियों को सदी का सबसे बड़ा खतरा बताया। परंतु उन्होंने यह भी जोड़ा कि देश किसी भी संघर्ष की दिशा में नहीं जाना चाहता। उनका कहना था, 'हम शांति चाहते हैं।'
राजधानी काराकास के एक सैन्य अस्पताल के दौरे के दौरान, लोपेज ने कहा कि देश की सशस्त्र सेनाएं किसी भी ऐसे शासन को स्वीकार नहीं करेंगी जो अमेरिका के दबाव में कार्य करे।
सरकारी प्रसारक वेनेजुएला डे टेलीविजन के अनुसार, पैड्रिनो लोपेज ने कहा कि बोलीवियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बल किसी भी ऐसी सरकार को सहन नहीं करेगी, जो अमेरिका के आगे झुकती हो या उसके स्वार्थों की गुलामी करती हो।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रक्षा मंत्री ने वेनेजुएला के नागरिकों से अपील की कि वे याद रखें कि कुछ विपक्षी नेताओं ने पहले भी अपने देश के खिलाफ विदेशी हस्तक्षेप की मांग की थी और प्रतिबंधों का आह्वान किया था।
लोपेज ने स्वीकार किया कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका आवश्यक होती है, लेकिन उन्होंने कैरिबियन में अमेरिकी सैन्य कार्रवाइयों से उत्पन्न खतरों के बारे में चेतावनी दी।
वेनेजुएला ने अमेरिका द्वारा कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो और उनके करीबी सहयोगियों पर लगाए गए प्रतिबंधों की भी कड़ी आलोचना की है। काराकास ने इन प्रतिबंधों को अवैध और उपनिवेशवादी सोच का उदाहरण बताया।
वेनेजुएला के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि अमेरिका द्वारा लगाए गए एकतरफा प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों का उल्लंघन करते हैं। ये प्रतिबंध राजनीतिक दबाव डालने और अन्य देशों की सरकारों को कमजोर करने का प्रयास हैं, जो अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के खिलाफ है।
विदेश मंत्रालय ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका इन प्रतिबंधों के जरिए कोलंबिया के राष्ट्रपति पेट्रो को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, ताकि देश को अस्थिर किया जा सके। वेनेजुएला का मानना है कि यह रणनीति केवल कोलंबिया के लिए नहीं, बल्कि पूरे लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई क्षेत्र में स्वतंत्र सरकारों को कमजोर करने का हिस्सा है।