क्या विपक्ष के पास ठोस मुद्दों का अभाव है? योगेश कदम का तीखा बयान

सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष के पास ठोस मुद्दों का अभाव है।
- जनता अब सच्चाई को समझ रही है।
- प्रधानमंत्री मोदी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन सराहनीय है।
- अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ भारत की आर्थिक प्रगति को प्रभावित कर रहे हैं।
- रूस के साथ व्यापार जारी रखने की आवश्यकता है।
मुंबई, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं रह गया है, और वे बार-बार एक ही शिकायत को उठाकर वोटरों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
योगेश कदम ने आगे कहा, "पिछले दो-तीन महीनों से एक ही मुद्दे को लगातार उठाया जा रहा है। यह इस बात का संकेत है कि विपक्ष के पास कोई नया मुद्दा नहीं है। मतदान के समय सभी प्रक्रियाओं का स्पष्टीकरण चुनाव आयोग और संबंधित अधिकारियों द्वारा दिया गया है। इसके बावजूद बार-बार सवाल उठाना न केवल आयोग का अपमान है, बल्कि यह भारत की व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने का प्रयास भी है।"
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके बयानों से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचता है, जिससे बचना आवश्यक है।
उन्होंने बताया, "लोकसभा में विपक्ष ने फर्जी नकारात्मक का माहौल बनाया, लेकिन जब जनता को सच्चाई का पता चला तो उन्होंने हमें फिर से वोट दिया। यह दर्शाता है कि जनता अब सच्चाई को समझ रही है।"
अंतरराष्ट्रीय मामलों पर बोलते हुए, योगेश कदम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और कहा कि वह वैश्विक मंच पर भारत के हितों को मजबूती से प्रस्तुत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय दबावों के सामने किसानों के हितों को प्राथमिकता दी है, जो सराहनीय है।"
वहीं, शिवसेना के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ मामले पर भी बात की। उन्होंने कहा कि रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, जबकि यूरोपीय संघ और अमेरिका खुद रूस से व्यापार कर रहे हैं, उन पर कोई रोक नहीं है। यह भारत की आर्थिक प्रगति को रोकने की एक साजिश है। अच्छी बात यह है कि विपक्ष और सरकार दोनों इस मुद्दे पर एकजुट हैं। हमें उम्मीद है कि अमेरिका जल्द से जल्द टैरिफ हटाएगा और भारत के नेताओं से बातचीत कर समाधान निकालेगा। मेरा मानना है कि रूस के साथ व्यापार जारी रहना चाहिए, क्योंकि यह हमारे हित में है।