क्या वॉरेन बफे दुनिया के सबसे बड़े निवेशक हैं, जिन्होंने 19 डॉलर के शेयर को 7.5 लाख डॉलर तक पहुंचाया?
सारांश
Key Takeaways
- वॉरेन बफे ने 1965 में बर्कशायर हैथवे की कमान संभाली।
- शेयर की कीमत में $19 से $755,400 तक की वृद्धि।
- बफे का दान जीवनकाल में संपत्ति का बड़ा हिस्सा।
- बफे ने हमेशा अपने शेयर नहीं बेचे।
- समाज के उत्थान के लिए धन का सही उपयोग।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वॉरेन बफे का बर्कशायर हैथवे के सीईओ के रूप में आज का दिन उनका आखिरी है। 95 वर्षीय बफे, जो दुनिया के सबसे प्रमुख निवेशक हैं, के जीवन और उनके कार्यों को समझने का सबसे प्रभावी तरीका है उस कंपनी के शेयर की कहानी, जिसे उन्होंने $19 से बढ़ाकर लगभग $755,400 तक पहुंचाया। पिछले 5 वर्षों में इस शेयर ने 117 प्रतिशत का रिटर्न प्रदान किया है।
जब वॉरेन बफे ने 1965 में बर्कशायर हैथवे की कमान संभाली, तब यह एक घाटे में चल रही कपड़ा निर्माता कंपनी थी। उस समय इसका शेयर मूल्य लगभग $19 था। शुरू के कुछ वर्षों में शेयर में कोई खास वृद्धि नहीं हुई। बफे ने इस दौरान कंपनी को सुधारने और धन के उपयोग पर ध्यान केंद्रित किया।
बड़ा परिवर्तन 1970 और 1980 के दशक में आया, जब बफे ने कपड़ा व्यापार को छोड़कर बीमा क्षेत्र में निवेश किया। उन्होंने नेशनल इंडेम्निटी और बाद में जीइको जैसी कंपनियों का अधिग्रहण किया। यह निर्णय उनके लिए लाभकारी सिद्ध हुआ।
1990 के दशक में, बर्कशायर के शेयर ने तेजी पकड़ ली। कंपनी ने कोका-कोला, अमेरिकन एक्सप्रेस (एमेक्स) और अन्य मजबूत कंपनियों में निवेश किया।
वास्तविक तेजी 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी के बाद आई। जब बाजार गिर रहा था, तब बर्कशायर ने गोल्डमैन सैक्स और जनरल इलेक्ट्रिक जैसी बड़ी कंपनियों में निवेश किया। इसके बाद, कंपनी बीमा, रेलवे, ऊर्जा, निर्माण और शेयर बाजार में फैली एक प्रमुख होल्डिंग कंपनी बन गई।
2020 के बाद बर्कशायर के शेयर की कीमत तेजी से बढ़ी। एप्पल बर्कशायर की सबसे बड़ी निवेश कंपनी बन गई। आज बर्कशायर का क्लास ए शेयर $750,000 से ऊपर है, जो कि लगभग 39 लाख प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
वॉरेन बफे की सफलता का रहस्य यह नहीं है कि उन्होंने सही समय पर बाजार का चयन किया, बल्कि यह है कि उन्होंने लंबे समय तक धैर्य रखा और समय को अपने पक्ष में काम करने दिया। लेकिन बफे की कहानी केवल धन कमाने तक सीमित नहीं है; उन्होंने दुनिया को अपनी संपत्ति लौटाने का अनूठा तरीका भी दिखाया।
2021 तक, उन्होंने लगभग $44 अरब, 2024 तक $57 अरब और 2025 के अंत तक $61 अरब से अधिक का दान कर दिया है। यह विश्व के सबसे बड़े दान में से एक है। 2025 में उन्होंने लगभग $6 अरब के शेयर दान किए, जिनमें से अधिकांश बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को दिए गए। शेष धन उनके परिवार द्वारा चलाए जा रहे फाउंडेशनों को आवंटित किया गया।
वॉरेन बफे दुनिया के 10वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। फोर्ब्स के अनुसार, बर्कशायर हैथवे के सीईओ वॉरेन बफे की कुल संपत्ति $148.1 अरब है।
यह ध्यान देने योग्य है कि बफे ने कोई एक बड़ी संस्था नहीं बनाई, बल्कि कई फाउंडेशनों के माध्यम से कार्य किया। ये संस्थाएँ स्वास्थ्य, शिक्षा, गरीबी, महिलाओं के अधिकार, भूख, और सामुदायिक विकास जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
बफे की वसीयत के अनुसार, उनकी शेष संपत्ति का 99.5 प्रतिशत हिस्सा एक ट्रस्ट के माध्यम से उनके बच्चों द्वारा समाज को दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अपने बच्चों को इतना धन देना चाहते हैं कि वे कुछ भी कर सकें, लेकिन इतना नहीं कि वे कुछ न करें।
इतने बड़े दान देने के बावजूद, बफे के पास आज भी बर्कशायर हैथवे के लगभग 13.8 प्रतिशत शेयर हैं। उन्होंने कभी अपने शेयर नहीं बेचे। उनके लिए दान देना पूंजीवाद के खिलाफ नहीं, बल्कि इसका सही अंत है।
31 दिसंबर, 2025 को रिटायर होते हुए वॉरेन बफे सिर्फ शानदार रिटर्न ही नहीं छोड़कर जा रहे हैं, बल्कि यह भी सिखा रहे हैं कि धन कैसे अर्जित किया जाए और फिर जिम्मेदारी से समाज को कैसे लौटाया जाए।