क्या योगी आदित्यनाथ राष्ट्र विरोधी और समाज विरोधी तत्वों को समाप्त कर देंगे?

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क्या योगी आदित्यनाथ राष्ट्र विरोधी और समाज विरोधी तत्वों को समाप्त कर देंगे?

सारांश

आजमगढ़ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्र और समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की। उन्होंने पौधारोपण के महत्व और विकास की गति पर भी जोर दिया। क्या उनकी सरकार इन तत्वों को समाप्त कर पाएगी? जानिए इस लेख में।

Key Takeaways

  • राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
  • पौधारोपण का महत्व और पर्यावरण संरक्षण
  • 60 लाख पौधों का लक्ष्य
  • 'डबल इंजन सरकार' का विकास पर जोर
  • आजमगढ़ का विकास और पहचान का संकट

आजमगढ़, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आजमगढ़ में समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार समाज को टूटने नहीं देगी और राष्ट्र विरोधी एवं समाज विरोधी तत्वों को चकनाचूर कर देगी।

मुख्यमंत्री योगी ने एक्सप्रेसवे के किनारे आजमगढ़ के सठियांव ब्लॉक के केरमा गांव में हरिशंकरी वाटिका की स्थापना की। आजमगढ़ को 60 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था। सीएम योगी ने यहाँ 60 लाखवां पौधा लगाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से इस बड़े अभियान का हिस्सा बनने के लिए आजमगढ़ और राज्य के लोगों का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त तत्वों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। हाल ही में बलरामपुर में एक जल्लाद को गिरफ्तार किया गया था जो हिंदु बहनों और बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ करता था। अब ऐसे तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 'डबल इंजन सरकार' विकास में विश्वास करती है, विभाजन में नहीं। विभाजन करने वाले लोग वे हैं जिन्होंने परिवार का विकास और क्षेत्र, जाति, भाषा के नाम पर समाज को बांटने का पाप किया है।

सीएम योगी ने सपा पर बिना नाम लिए हमला करते हुए कहा कि आजमगढ़ और युवाओं के सामने पहचान का संकट आ गया था, लेकिन अब यूपी का युवा देश में कहीं भी जाएगा तो देखने वाले के चेहरे पर यूपी के नाम से चमक आ जाएगी। उत्तर प्रदेश अब विकास की रफ्तार में आगे बढ़ चुका है।

सीएम ने कहा कि आज अयोध्या समेत कई जनपदों में भारी बारिश हो रही है।

सुबह सात बजे से शुरू हुए कार्यक्रम में 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत यूपी के अंदर अब तक 22 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। 22 करोड़ पौधारोपण का मतलब है यूपी के हर व्यक्ति के नाम पर लगा पौधा अपनी और धरती मां के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का माध्यम है। धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। यह धरती मात्र जमीन का टुकड़ा नहीं है।

योगी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, अतिवृष्टि-अनावृष्टि की समस्या के समाधान के लिए पीएम मोदी के मार्गदर्शन में हम लोगों ने आठ वर्ष पहले यह अभियान शुरू किया था। पिछले आठ साल में राज्य में 204 करोड़ पौधारोपण हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं भी स्वीकार कर रही हैं कि यूपी में वनाच्छादन बढ़ा है। 2017 के पहले यूपी का वनाच्छादन मात्र 9% था, जो आज बढ़कर 10% हो गया है।

सीएम ने कहा कि पौधरोपण कार्यक्रम के लिए 2017 में जब पहली बैठक की गई तो वन विभाग ने बताया कि 5 करोड़ पौधों की नर्सरी भी नहीं थी, लेकिन इस वर्ष विभिन्न विभागों और निजी क्षेत्रों के सहयोग से 52 करोड़ पौधों की नर्सरी तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ ने बड़े-बड़े लोगों को चुनाव जिताकर भेजा, लेकिन एक्सप्रेसवे, महाराजा सुहेलदेव के नाम पर विश्वविद्यालय और सड़कें तभी बनती हैं जब निरहुआ सांसद बनते हैं।

सीएम ने प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री आवास योजना और जीरो पॉवर्टी के अंतर्गत चयनित लाभार्थियों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इन घरों में सहजन का पौधा लगाने का कार्यक्रम शुरू किया गया है। सहजन प्रोटीन और विटामिन से भरपूर है, और यह पौष्टिक है।

Point of View

योगी आदित्यनाथ की सरकार समाज और राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। ये कदम न केवल राज्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं, बल्कि विकास की गति को भी सुनिश्चित करते हैं। समाज में एकता और विकास को बढ़ावा देने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा?
योगी आदित्यनाथ ने समाज और राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की है।
आजमगढ़ में क्या कार्यक्रम हुआ?
आजमगढ़ में हरिशंकरी वाटिका की स्थापना की गई और 60 लाख पौधे लगाए गए।
क्या योगी आदित्यनाथ की सरकार विकास पर जोर दे रही है?
जी हां, योगी आदित्यनाथ की 'डबल इंजन सरकार' विकास में विश्वास करती है।
पौधारोपण के अभियान का महत्व क्या है?
पौधारोपण का अभियान जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।
क्या यूपी में वनाच्छादन बढ़ा है?
हाँ, यूपी में वनाच्छादन 2017 से 9% से बढ़कर 10% हो गया है।