क्या यूपी एनसीआर में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए योगी सरकार की पहल प्रभावी होगी?

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क्या यूपी एनसीआर में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए योगी सरकार की पहल प्रभावी होगी?

सारांश

क्या योगी सरकार की नई कार्य योजना एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित कर पाएगी? जानें इस व्यापक पहल के बारे में और समझें इसके पीछे की रणनीतियाँ।

Key Takeaways

  • योगी सरकार की कार्य योजना
  • सड़क धूल नियंत्रण
  • परियोजना निगरानी इकाई का गठन
  • ऑटो रिक्शा पर पाबंदी
  • वायु गुणवत्ता सुधार

लखनऊ, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। एनसीआर के उत्तर प्रदेश क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए योगी सरकार ने एक विस्तृत और प्रभावी कार्य योजना तैयार की है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सड़क की धूल को प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण मानते हुए यह एक्शन प्लान बनाया गया है। यह योजना मुख्यतः सड़क खंडों के पुनर्विकास, धूल नियंत्रण और सफाई को बेहतर बनाने पर केंद्रित है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने इस अभियान के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रमुख सचिव को मुख्य नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। राज्य स्तर पर एक परियोजना निगरानी इकाई (पीएमयू) भी बनाई गई है, जिसकी अध्यक्षता इसी विभाग के सचिव करेंगे। इस इकाई में शहरी विकास, लोक निर्माण, आवास एवं शहरी नियोजन, तथा औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास विभाग के वरिष्ठ प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है, ताकि योजना का सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सड़क धूल कम करने के लिए एंटी-स्मॉग गन, स्प्रिंकलर, और यांत्रिक सफाई से जुड़े अन्य उपाय भी अपना रहे हैं। यह कार्य योजना एनसीआर-यूपी में वायु गुणवत्ता सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लाखों लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।

यूपी-एनसीआर में आम नागरिक को प्रदूषण से राहत देने के लिए जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने ऑटो रिक्शा पर पाबंदी लगाई है। गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में डीजल ऑटो रिक्शा का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। इसके अलावा, जनपद बागपत में डीजल ऑटो रिक्शा का संचालन 31 दिसंबर 2025 तक पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया गया है। मेरठ क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण ने प्रतिबंधित वाहनों के लिए नए परमिट जारी करने और परमिट के नवीनीकरण पर रोक लगा दी है। आगामी 31 दिसंबर, 2026 तक मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में भी ऑटो रिक्शा संचालन को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जाएगा।

Point of View

यह महत्वपूर्ण है कि हम योगी सरकार की पहल का समर्थन करें जो वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक ठोस कदम है। यह न केवल स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक उदाहरण भी स्थापित कर सकता है।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

योगी सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
योगी सरकार ने एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है, जिसमें सड़क धूल नियंत्रण और सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है।
क्या ऑटो रिक्शा पर पाबंदी लगाई गई है?
हाँ, यूपी एनसीआर में डीजल ऑटो रिक्शा पर पाबंदी लगाई गई है, जिससे प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
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