क्या पौधरोपण महाभियान-2025 में सीएम योगी अयोध्या और आजमगढ़ में पौधरोपण करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- 37 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।
- 75 जनपदों में मंत्रियों की उपस्थिति होगी।
- राज्यपाल बाराबंकी में पौधरोपण करेंगी।
- अभियान की सफलता के लिए समन्वय आवश्यक है।
- यह पहल पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।
लखनऊ, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। योगी सरकार ने बुधवार को आयोजित होने वाले पौधरोपण महाभियान-2025 को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस महाभियान के तहत एक ही दिन में प्रदेशभर में 37 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। सभी 75 जनपदों में योगी सरकार के मंत्री पौधरोपण करेंगे। सभी जनपदों में शासन स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो मंगलवार सुबह यहां की सभी व्यवस्थाओं का अवलोकन करेंगे। इस अभियान की सफलता के लिए वन विभाग के अधिकारी विभिन्न विभागों और मंत्रालयों के साथ समन्वय स्थापित कर रहे हैं।
सीएम योगी बुधवार को अयोध्या और आजमगढ़ में पौधरोपण करेंगे। उनके साथ वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण सक्सेना और वन राज्यमंत्री केपी मलिक भी उपस्थित रहेंगे। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बाराबंकी में पौधरोपण करेंगी। यहां प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री सतीश शर्मा भी मौजूद रहेंगे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मेरठ और ब्रजेश पाठक लखनऊ में पौधरोपण कर इस अभियान को सफल बनाएंगे।
योगी सरकार के सभी मंत्रिगण 75 जनपदों में उपस्थित रहेंगे। कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्यमंत्रियों को पौधरोपण करने के लिए नियुक्त जनपदों में बुधवार को पौधरोपण करना अनिवार्य होगा। कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना शाहजहांपुर, सूर्यप्रताप शाही अयोध्या, स्वतंत्र देव सिंह गोरखपुर, बेबीरानी मौर्य अलीगढ़, चौधरी लक्ष्मी नारायण मथुरा, जयवीर सिंह मैनपुरी, धर्मपाल सिंह बरेली, नंदगोपाल गुप्ता 'नंदी' प्रयागराज, अनिल राजभर आजमगढ़, राकेश सचान कानपुर देहात, एके शर्मा जौनपुर, योगेंद्र उपाध्याय आगरा, आशीष पटेल मिर्जापुर, डॉ. संजय निषाद अंबेडकरनगर, ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर, दारा सिंह चौहान देवरिया, सुनील कुमार शर्मा गाजियाबाद और अनिल कुमार बिजनौर में पौधरोपण करेंगे।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल कानपुर नगर, कपिल देव अग्रवाल मुजफ्फरनगर, रविंद्र जायसवाल वाराणसी, संदीप सिंह एटा, गुलाब देवी संभल, गिरीश यादव प्रतापगढ़, धर्मवीर प्रजापति झांसी, असीम अरुण कन्नौज, जेपीएस राठौर मुरादाबाद, दयाशंकर सिंह बलिया, नरेंद्र कश्यप हापुड़, दिनेश प्रताप सिंह रायबरेली, दयाशंकर मिश्र दयालु चंदौली में इस महाभियान का हिस्सा बनेंगे।
योगी सरकार ने पौधरोपण महाभियान की सफलता के लिए सभी 75 जनपदों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है। ये नोडल अधिकारी मंगलवार सुबह ही आवंटित जनपदों में पहुंचकर तैयारियों का अवलोकन करेंगे। प्रमुख सचिव नियुक्ति एम. देवराज प्रयागराज, पेयजल मिशन ग्रामीण के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर वाराणसी, इन्वेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरण आनंद जौनपुर, चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की सचिव डॉ. पिंकी जोवेल मिर्जापुर, सिंचाई विभाग के सचिव जीएस नवीन आजमगढ़, खेल सचिव सुहास एलवाई गोरखपुर, स्कूल शिक्षा की महानिदेशक कंचन वर्मा गोंडा, प्रमुख सचिव सिंचाई व जल संसाधन अनिल गर्ग अयोध्या, सचिव बेसिक शिक्षा सारिका मोहन बाराबंकी, प्रमुख सचिव (चिकित्सा स्वास्थ्य) पार्थसारथी सेन शर्मा लखनऊ, आवास आयुक्त बलकार सिंह मेरठ, प्रमुख सचिव (नगर विकास) अमृत अभिजात गाजियाबाद, प्रमुख सचिव (पर्यटन-संस्कृति) मुकेश मेश्राम नोएडा के नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। अन्य सभी जनपदों में भी नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है।
पौधरोपण महाभियान-2025 की सफलता के लिए वन विभाग के अधिकारी सभी विभागों और मंत्रालयों के साथ समन्वय स्थापित कर रहे हैं। महाप्रबंधक उत्पादन (वन निगम) संजय कुमार को ग्राम्य विकास, पंचायती राज, उद्यान और रेशम विभाग से समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रोजेक्ट टाइगर) ललित वर्मा लोक निर्माण, एमएसएमई, औद्योगिक विकास, महाप्रबंधक (कार्मिक) उप्र वन निगम सुजॉय बनर्जी रेलवे, पशुपालन, सहकारिता विभाग के साथ समन्वय कर रहे हैं।
मुख्य वन संरक्षक (ईको विकास) नीरज कुमार जलशक्ति, सिंचाई और जल संसाधन, नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति, राजस्व, पर्यावरण और आवास विकास विभाग से पौधरोपण के लिए समन्वय स्थापित कर रहे हैं। मुख्य वन संरक्षक (परियोजना) डॉ. के इलांगो को कृषि, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, परिवहन, ऊर्जा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्य वन संरक्षक (मानव संसाधन विकास) एचवी गिरीश नगर विकास, गृह, रक्षा, श्रम विभाग के साथ अभियान की सफलता को लेकर समन्वय कर रहे हैं। वन संरक्षक (लुप्तप्राय) मनोज सोनकर को महाभियान को सफल बनाने के लिए बेसिक, माध्यमिक, उच्च और प्राविधिक शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई है।