क्या विकास में लगा पैसा जनता का, सुनिश्चित हो सही इस्तेमाल? : सीएम योगी

सारांश
Key Takeaways
- गोरखपुर की स्वच्छता रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
- विकास में जनता के टैक्स का सही उपयोग अनिवार्य है।
- स्वच्छता में गोरखपुर ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है।
- सीएम योगी ने नागरिकों से जिम्मेदारी निभाने की अपील की।
- गोरखपुर में विकास कार्यों में नागरिकों का सहयोग महत्वपूर्ण है।
गोरखपुर, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों में नागरिकों के सकारात्मक रुख और सहयोग की सराहना करते हुए कहा है कि विकास में लगने वाला पैसा जनता के टैक्स का है। इस पैसे का सही इस्तेमाल सुनिश्चित होना चाहिए। विकास कार्यों में क्वालिटी (गुणवत्ता) से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। विकास के लिए जनता के पैसे का सही उपयोग हो, यह हम सबका लक्ष्य होना चाहिए।
सीएम योगी ने बुधवार को गोरखपुर नगर निगम परिसर में स्वच्छ सर्वेक्षण में गोरखपुर को राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धि दिलाने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सफाई मित्रों का सम्मान करते हुए 253 करोड़ रुपए की 177 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को संबोधित किया। उन्होंने सभी नागरिकों को सावन माह की शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में सफाई मित्र सुरक्षित शहर श्रेणी में देश भर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही गोरखपुर को 3 से 10 लाख की आबादी की श्रेणी में चौथी नेशनल रैंक मिली है। जबकि, गत वर्ष गोरखपुर 24वें और उसके पहले 74वें स्थान पर था।
तीन साल में गोरखपुर की स्वच्छता रैंकिंग 74 से चौथे स्थान पर आने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि अब अगली प्रतिस्पर्धा टॉप-थ्री में आने की होनी चाहिए और इसमें हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि गत वर्ष उन्होंने गोरखपुर को स्वच्छता के लिए टॉप-टेन शहरों में आने का लक्ष्य दिया था। यह लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। गोरखपुर अपनी श्रेणी में नंबर एक पर भी आ सकता है, इसलिए हम सबको अगले साल के लिए टॉप-थ्री का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना होगा और इसमें सबको अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
सीएम योगी ने लोगों को याद दिलाया कि पहले गोरखपुर को लेकर क्या चर्चा होती थी। पहले गोरखपुर की चर्चा मच्छर, माफिया, गंदगी, अव्यवस्था और अराजकता को लेकर होती थी। बुनियादी सुविधाओं के अभाव से त्रस्त पूरा शहर जाम में फंसा रहता था। एक बारिश में शहर जलमग्न हो जाता था। आज इन सभी समस्याओं से निजात मिल चुकी है। अब एक नए भारत के लिए नए उत्तर प्रदेश में गोरखपुर भी एक नया गोरखपुर बनकर उभरा है। जब एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा खड़ी होती है, तब विकास में आगे बढ़ने के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गोरखपुरवासियों ने विकास के कार्यों में हमेशा सकारात्मक योगदान दिया है। सड़क चौड़ीकरण में अपने घर-दुकान की चिंता न कर, गोरखपुरवासियों ने गोरखपुर की पहचान के लिए हर संभव सहयोग किया है। इसी का परिणाम है कि आज गोरखपुर की सड़कें चौड़ी हो गई हैं। गोरखपुर के ड्रेनेज सिस्टम विकसित हो गए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि तकनीक की सहायता, टीमवर्क की भावना के साथ नगर निगम गोरखपुर स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए स्वस्थ भारत के माध्यम से विकसित भारत की कल्पना को साकार करने में सहयोग कर रहा है। भारत तब विकसित होगा जब वह स्वच्छता, स्वास्थ्य, विकास, तकनीकी सहित हर क्षेत्र में प्रगति करेगा। समग्र विकास के लक्ष्य को प्राप्त करना ही विकसित होने की दिशा में बढ़ाए गए कदम हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 तक 'विकसित भारत' के विजन के अनुरूप ही प्रदेश सरकार कार्य कर रही है।
नगर निगम परिसर में आयोजित समारोह के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्रों और पार्षदों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों सम्मान मिला। सीएम योगी ने नगर निगम के जलकल विभाग के सफाई मित्र बेलास, सोबराती, जग्गू और स्वास्थ्य विभाग की उर्मिला और अन्नू को प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया।
समारोह की समाप्ति पर मुख्यमंत्री ने नगर निगम के सफाई दस्ते में शामिल 12 नए सफाई वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।