क्या रेलवे स्टेशन पर अब 80 प्रतिशत मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें समय पर चल रही हैं? : अश्विनी वैष्णव
सारांश
Key Takeaways
- 80 प्रतिशत मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें समय पर चल रही हैं।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में 77.12 प्रतिशत का आंकड़ा था।
- रेलवे ने 2014-15 से 2024-25 में 5.08 लाख लोगों को नियुक्त किया है।
- रेलवे द्वारा 92,116 रिक्तियों के लिए 10 सीईएन जारी किए गए हैं।
- रेलवे ने समय पर संचालन के लिए कई उपाय किए हैं।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय रेलवे की तरफ से ट्रेनों की समय पर संचालन के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और चालू वित्तीय वर्ष (अप्रैल-अक्टूबर अवधि) में 80 प्रतिशत मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें समय पर चल रही हैं, जबकि वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह आंकड़ा 77.12 प्रतिशत था।
लोकसभा में एक लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "वित्तीय वर्ष 2024-25 में 77.12 प्रतिशत मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें समय पर थीं। चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 की अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में यह आंकड़ा बढ़कर 80 प्रतिशत हो गया है।"
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि रेलवे ट्रेनों के समय पर चलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने ट्रेनें देरी से चलने के लिए ज़िम्मेदार कई कारण बताए हैं, जिनमें कोहरा, रास्ते में रुकावट, एसेट रखरखाव, अलार्म चेन पुलिंग, आंदोलन, जानवरों का कुचलना और अन्य अप्रत्याशित स्थितियां शामिल हैं।
एक अन्य सवाल के जवाब में, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कैलेंडर वर्ष 2024 और 2025 में भारतीय रेलवे ने 1,20,579 रिक्तियों के लिए भर्ती निकाली है।
रेल मंत्रालय के अनुसार, जनवरी से दिसंबर 2024 तक, सहायक लोको पायलट (एएलपी), तकनीशियन, उप-निरीक्षक, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कांस्टेबल, जूनियर इंजीनियर (जेई) / डिपो सामग्री अधीक्षक (डीएमएस) / रासायनिक और धातुकर्म सहायक (सीएमए), पैरामेडिकल श्रेणियां, और अन्य पदों के लिए 92,116 रिक्तियों के लिए दस केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाएं (सीईएन) जारी की गई हैं।
इसके अलावा, वर्ष 2025 के वार्षिक कैलेंडर के अनुसार, 28,463 रिक्तियों के लिए सात केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाएं भी जारी की गई हैं।
मंत्रालय के अनुसार, 2014-15 से 2024-25 में रेलवे ने विभिन्न पदों पर 5.08 लाख लोगों को नियुक्त किया है, जबकि यह संख्या 2004-05 से 2013-14 के बीच 4.11 लाख थी, जो दिखाती है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में रेलवे में अधिक लोगों को नौकरियां मिली हैं।