क्या भारत में प्रति वर्ष 33 करोड़ से अधिक मोबाइल फोन का निर्माण हो रहा है?

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क्या भारत में प्रति वर्ष 33 करोड़ से अधिक मोबाइल फोन का निर्माण हो रहा है?

सारांश

भारत में स्मार्टफोन निर्यात ने अभूतपूर्व बढ़ोतरी की है। पहले पांच महीनों में, 1 लाख करोड़ रुपए का निर्यात हुआ है। जानें कैसे यह विकास 33 करोड़ मोबाइल फोन के निर्माण और 5जी की बढ़ती मांग से जुड़ा है।

Key Takeaways

  • भारत में प्रति वर्ष 33 करोड़ मोबाइल फोन का निर्माण।
  • स्मार्टफोन निर्यात में 55 प्रतिशत की वृद्धि।
  • 5जी स्मार्टफोन की मांग में वृद्धि।
  • इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि।
  • 12 लाख से अधिक रोजगार का सृजन।

नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वित्त वर्ष 2025-26 के पहले पांच महीनों में, स्मार्टफोन निर्यात ने 1 लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर लिया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 55 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत में प्रति वर्ष 33 करोड़ से अधिक मोबाइल फोन का निर्माण हो रहा है और औसतन लगभग एक अरब मोबाइल फोन उपयोग में लाए जा रहे हैं।

2025 की दूसरी तिमाही में, भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका को शीर्ष स्मार्टफोन निर्यातक बना दिया।

आधिकारिक बयान में बताया गया है कि, "भारत के मोबाइल फोन निर्माण क्षेत्र ने पिछले एक दशक में 12 लाख से अधिक रोजगार सृजित किए हैं, जिससे परिवारों का उत्थान हुआ है और भारत का सामाजिक-आर्थिक ताना-बाना मजबूत हुआ है।"

भारत का स्मार्टफोन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है और उपभोक्ताओं की प्राथमिकताएं 5जी अपनाने और प्रीमियम सुविधाओं की ओर बढ़ रही हैं।

मार्केट रिसर्च के अनुसार, पिछले साल कुल शिपमेंट में 5जी स्मार्टफोन की शिपमेंट बढ़कर 82 प्रतिशत हो गई, जो सालाना आधार पर 49 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।

10,000 रुपए से 13,000 रुपए के बीच की कीमत वाले मध्यम श्रेणी के उपकरणों की मांग में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिससे उच्च-प्रदर्शन वाले और किफायती स्मार्टफोन का आधार बढ़ रहा है।

इस दौरान, 25,000 रुपये से ऊपर प्रीमियम सेगमेंट में भी जबरदस्त वृद्धि देखी गई, जिसमें सालाना आधार पर 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

यह गतिशीलता भारत की बाजार अनुकूलन क्षमता को दर्शाती है, जिसमें प्रीमियम, मध्यम श्रेणी और मूल्य खंडों में वृद्धि हुई है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में भारत की यात्रा तैयार माल से शुरू होकर, सब-असेंबली तक आगे बढ़ते हुए और अब गहन घटक निर्माण के महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रही है।

यह क्षेत्र लगातार तीसरे चरण में आगे बढ़ रहा है, जो वैल्यू एडिशन, आत्मनिर्भरता और इकोसिस्टम की गहराई में एक महत्वपूर्ण छलांग का प्रतीक है। इलेक्ट्रॉनिक्स का कुल उत्पादन 2014-15 के 1.9 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 2024-25 में 11.3 लाख करोड़ रुपए हो गया है।

इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में आई तेजी की सबसे बड़ी उपलब्धि मोबाइल फोन रहे हैं। मोबाइल फोन का उत्पादन 2014-15 के 18,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 2024-25 में 5.45 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो 28 गुना वृद्धि है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत का मोबाइल फोन निर्माण केवल तकनीकी विकास नहीं है, बल्कि यह सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का भी प्रतीक है। यह रोजगार सृजन और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश के विकास को गति दे रहा है।
NationPress
18/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत में कितने मोबाइल फोन का निर्माण होता है?
भारत में प्रति वर्ष 33 करोड़ से अधिक मोबाइल फोन का निर्माण होता है।
स्मार्टफोन निर्यात में कितनी वृद्धि हुई है?
स्मार्टफोन निर्यात में पिछले वर्ष की तुलना में 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भारत का स्मार्टफोन बाजार कैसे विकसित हो रहा है?
भारत का स्मार्टफोन बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, विशेषकर 5जी और प्रीमियम सुविधाओं की मांग में।
इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में क्या वृद्धि हुई है?
इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 2014-15 के 1.9 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 2024-25 में 11.3 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
मोबाइल फोन उत्पादन में कितनी वृद्धि हुई है?
मोबाइल फोन का उत्पादन 2014-15 के 18,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 2024-25 में 5.45 लाख करोड़ रुपए हो गया है।