क्या भारत में आधे से अधिक नौकरी के विज्ञापनों में अब वेतन का खुलासा होता है?

Click to start listening
क्या भारत में आधे से अधिक नौकरी के विज्ञापनों में अब वेतन का खुलासा होता है?

सारांश

हाल की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में नौकरी के विज्ञापनों में वेतन का खुलासा अब सामान्य हो गया है। जानिए इस बदलाव के पीछे की वजहें और कौन से क्षेत्र इस नई प्रवृत्ति को अपनाने में आगे हैं।

Key Takeaways

  • 50% से अधिक नौकरी पोस्टों में अब वेतन का खुलासा होता है।
  • वेतन पारदर्शिता में काफी वृद्धि हो रही है।
  • कनिष्ठ और मध्य-स्तरीय भूमिकाएं अधिक पारदर्शी हैं।
  • 62% नौकरी चाहने वाले वेतन जानकारी वाली लिस्टिंग को प्राथमिकता देते हैं।
  • आईटी और बैंकिंग जैसे क्षेत्र वेतन पारदर्शिता को तेजी से अपना रहे हैं।

बेंगलुरु, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में जारी एक अध्ययन के अनुसार, भारत में 50 प्रतिशत से अधिक नौकरी विज्ञापनों में अब वेतन का खुलासा किया जा रहा है। मार्च 2022 से जून 2025 के बीच इंडीड इंडिया पर प्रकाशित नौकरी पोस्टों के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नौकरी के विज्ञापनों में वेतन पारदर्शिता तेजी से एक सामान्य विशेषता बनती जा रही है।

2025 की शुरुआत में, जिन नौकरी पोस्टों में वेतन जानकारी शामिल थी, वह 50 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर गई, जबकि मार्च 2022 में यह केवल 26 प्रतिशत थी और 2023 के अंत तक 47 प्रतिशत तक पहुंच गई। यह बदलाव मुख्य रूप से नौकरी चाहने वालों की बढ़ती अपेक्षाओं के कारण है, जो अवसरों की तलाश में स्पष्टता और निष्पक्षता को महत्व देते हैं।

हालांकि, कुल मिलाकर वेतन पारदर्शिता में निरंतर वृद्धि के बावजूद, कुछ क्षेत्र और भूमिकाएँ अब भी वेतन संबंधी जानकारी के खुलासे में कम स्पष्टता दिखा रही हैं।

इंडीड इंडिया के सेल्स प्रमुख शशि कुमार ने कहा, "वेतन का खुलासा एक महत्वपूर्ण कारक बनता जा रहा है, लेकिन इसे आदर्श बनाना अभी बाकी है।" उन्होंने आगे कहा, "यह अब एक आधुनिक नियोक्ता की पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है।"

हाल में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि वेतन पारदर्शिता विशेषकर दूरस्थ और हाइब्रिड नौकरी पोस्टिंग में आम है। विभिन्न नौकरियों में वेतन पारदर्शिता में भी काफी भिन्नता है। वरिष्ठ नेतृत्व की भूमिकाओं में केवल 13 प्रतिशत पोस्टिंग में वेतन खुलासा होता है, जबकि कनिष्ठ और मध्य-स्तरीय भूमिकाओं में यह संख्या 32 प्रतिशत है।

इसके बाद एंट्री लेवल की भूमिकाएं आती हैं, जहां 28 प्रतिशत पोस्टिंग में वेतन का खुलासा होता है। कई क्षेत्र जैसे आईटी, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, परामर्श, और स्वास्थ्य सेवा अब वेतन पारदर्शिता को तेजी से अपनाने लगे हैं।

इन क्षेत्रों में अब 35 प्रतिशत नौकरी पोस्टिंग में वेतन संबंधी जानकारी शामिल होती है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 62 प्रतिशत नौकरी चाहने वाले वेतन जानकारी वाली लिस्टिंग को प्राथमिकता देते हैं।

-राष्ट्र प्रेस

Point of View

यह स्पष्ट है कि वेतन पारदर्शिता का बढ़ता चलन न केवल नौकरी चाहने वालों के लिए लाभदायक है, बल्कि यह नियोक्ताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धात्मक लाभ बनता जा रहा है। इस बदलाव को अपनाने वाले उद्योगों को इस नई प्रवृत्ति का समर्थन करना चाहिए।
NationPress
25/07/2025

Frequently Asked Questions

भारत में नौकरी के विज्ञापनों में वेतन का खुलासा क्यों हो रहा है?
नौकरी चाहने वालों की बढ़ती अपेक्षाओं के कारण वेतन का खुलासा होना आवश्यक हो गया है।
कौन से क्षेत्र वेतन पारदर्शिता को अपनाने में आगे हैं?
आईटी, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, स्वास्थ्य सेवा, और अन्य कई क्षेत्र इस प्रवृत्ति को तेजी से अपना रहे हैं।
कौन सी भूमिकाएँ वेतन खुलासे में सबसे कम पारदर्शी हैं?
वरिष्ठ नेतृत्व की भूमिकाएँ वेतन संबंधी जानकारी में सबसे कम पारदर्शी हैं।