क्या अमेरिकी फेड के ब्याज दरों के ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला?

सारांश
Key Takeaways
- भारतीय शेयर बाजार ने तेजी दिखाई है।
- आईटी शेयरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- अमेरिकी फेड ने ब्याज दरों में कटौती की है।
- वैश्विक बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है।
- संस्थागत निवेशकों का प्रवाह महत्वपूर्ण है।
मुंबई, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में शुरुआत की। पूरे बाजार में चौतरफा तेजी का माहौल है। सुबह 9:25 बजे सेंसेक्स 402 अंक या 0.49 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 83,096 और निफ्टी 103 अंक या 0.41 प्रतिशत की मजबूती के साथ 25,433 पर स्थित था।
बाजार में आईटी शेयरों ने प्रमुख भूमिका निभाई है। प्रारंभिक कारोबार में निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.54 प्रतिशत की वृद्धि के साथ संचालित हो रहा था। इसके साथ ही, ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, रियल्टी और मीडिया भी हरे निशान में थे। जबकि मेटल और एनर्जी इंडेक्स लाल निशान में दिखाई दिए।
लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी सकारात्मक व्यापार हो रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 195 अंक या 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,043 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 43 अंक या 0.24 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 18,467 पर था।
सेंसेक्स पैक में इन्फोसिस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, टीसीएस, एचयूएल, आईटीसी, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स, पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी, इटरनल (जोमैटो) और एशियन पेंट्स प्रमुख लाभार्थी रहे।
वहीं बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बीईएल, बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक और भारती एयरटेल प्रमुख हानि में रहे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजय कुमार ने कहा कि बाजार की यह तेजी आय में सुधार और भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के सकारात्मक परिणामों की उम्मीदों से प्रेरित है। बैंक निफ्टी मजबूत है और बैंकिंग शेयरों का उचित मूल्यांकन इस क्षेत्र में और अधिक निवेश, विशेषकर संस्थागत निवेशकों को आकर्षित कर सकता है।
अमेरिकी फेड ने बुधवार को ब्याज दरों में 25 आधार अंक की कटौती का ऐलान किया। इस कटौती के बाद अमेरिका में ब्याज दरें 4 से 4.25 प्रतिशत के बीच आ जाएँगी।
वैश्विक बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। टोक्यो, शंघाई, सोल और जकार्ता हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, वहीं हांगकांग और बैंकॉक में लाल निशान में कारोबार हो रहा था।
संस्थागत प्रवाह के मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने बुधवार को 1,124 करोड़ रुपए की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) ने 2,293 करोड़ रुपए का निवेश इक्विटी में किया।