क्या भारतीय शेयर बाजार सपाट खुलेगा, सेंसेक्स 84,000 स्तर को पार करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- सेंसेक्स 84,000 के स्तर के ऊपर है।
- निफ्टी में भी हल्की बढ़त देखी जा रही है।
- पीएसयू बैंक और आईटी सेक्टर में खरीदारी हो रही है।
- विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीदार बने हुए हैं।
- बाजार में सकारात्मक वैश्विक संकेत हैं।
मुंबई, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच सोमवार को भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सपाट खुले। शुरुआती कारोबार में पीएसयू बैंक और आईटी क्षेत्र में खरीदारी का दौर देखने को मिला।
सुबह करीब 9.27 बजे, सेंसेक्स 1.35 अंक बढ़कर 84,057.55 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 6.50 अंक या 0.03 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 25,644.30 पर था।
विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव में कमी, ब्रेंट क्रूड का 67 डॉलर पर आना और अमेरिका-चीन तथा अमेरिका-भारत के बीच व्यापार सौदों की संभावनाएं इक्विटी बाजारों के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "हाल के दिनों में भारतीय बाजारों में तेजी के लिए एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आरआईएल और एलएंडटी जैसे बड़े शेयरों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिनमें संस्थानों द्वारा निवेश किया गया है।"
शुरुआती कारोबार में निफ्टी बैंक 15.15 अंक या 0.03 प्रतिशत बढ़कर 57,459.05 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 220.90 अंक या 0.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,606.05 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 153.35 अंक या 0.81 प्रतिशत चढ़कर 19,130.15 पर था।
इस बीच, सेंसेक्स में एमएंडएम, कोटक महिंद्रा बैंक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचडीएफसी बैंक टॉप लूजर्स रहे। वहीं, ट्रेंट, एसबीआई, एलएंडटी, इटरनल, एक्सिस बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड टॉप गेनर्स की लिस्ट में शामिल थे।
विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर इंडेक्स में कमजोरी एफआईआई प्रवाह को समर्थन दे रही है और खुदरा आशावादी रुख घरेलू फंडों में प्रवाह को समर्थन दे रहा है। इस बुल मार्केट में निवेश बनाए रखना समझदारी है, लेकिन हाई वैल्यूएशन पर नया निवेश करना जोखिम भरा होगा।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 27 जून को शुद्ध खरीदार रहे, जिन्होंने 1,397.02 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) विक्रेता बने रहे, जिन्होंने 588.93 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
एशियाई बाजारों में, चीन, बैंकॉक, जापान, सोल और जकार्ता हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि केवल हांगकांग लाल निशान में कारोबार कर रहा था।
अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को आखिरी कारोबारी सत्र में, डॉव जोन्स 432.43 अंक या 1.00 प्रतिशत की बढ़त के साथ 43,819.27 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 32.05 अंक या 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6,173.07 पर बंद हुआ और नैस्डैक 105.55 अंक या 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 20,273.46 पर बंद हुआ।