क्या गूगल ने ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए 'सुरक्षा चार्टर' लॉन्च किया?

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क्या गूगल ने ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए 'सुरक्षा चार्टर' लॉन्च किया?

सारांश

गूगल ने 'सेफर विद गूगल इंडिया समिट' के दौरान एक नया 'सुरक्षा चार्टर' पेश किया है। यह चार्टर ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा प्रदान करेगा और भारत के डिजिटल वातावरण को सुरक्षित बनाने का कार्य करेगा।

Key Takeaways

  • गूगल का सुरक्षा चार्टर ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा प्रदान करता है।
  • 17.7 करोड़ भारतीयों तक पहुंचने वाला डिजिकवाच कार्यक्रम है।
  • साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए नए उपाय किए गए हैं।
  • गूगल पे ने 4.1 करोड़ अलर्ट भेजे हैं।
  • गूगल की खोज प्रणाली ने घोटाले वाली वेबसाइटों की पहचान करने की क्षमता बढ़ाई है।

नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस) गूगल ने मंगलवार को 'सेफर विद गूगल इंडिया समिट' के दौरान अपने नए 'सुरक्षा चार्टर' का अनावरण किया। यह चार्टर भारत के डिजिटल वातावरण को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

यह पहल यूजर्स को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने, आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने और एआई के जिम्मेदार विकास को सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।

यह सुरक्षा चार्टर तीन प्रमुख लक्ष्यों के चारों ओर विकसित किया गया है, जिसमें इंटरनेट यूजर्स को धोखाधड़ी से सुरक्षित रखना, सरकारों और व्यवसायों के लिए साइबर सुरक्षा को मजबूत करना और जिम्मेदार एआई सिस्टम का निर्माण करना शामिल है।

इस पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा गूगल का 'डिजिकवाच' कार्यक्रम है, जिसने वित्तीय धोखाधड़ी के खिलाफ पहले ही एआई-पावर्ड उत्पादों और जागरूकता अभियानों के माध्यम से 17.7 करोड़ से अधिक भारतीयों तक पहुंच बनाई है।

गूगल के सिस्टम एआई के साथ और अधिक सक्षम होते जा रहे हैं। इसकी खोज अब 20 गुना अधिक धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों की पहचान करती है, और ग्राहक सेवा तथा सरकारी प्लेटफार्मों पर स्कैम अटैक में क्रमशः 80 प्रतिशत और 70 प्रतिशत की कमी आई है।

गूगल मैसेजिंग हर महीने 500 मिलियन से अधिक स्कैम टेक्स्ट को ब्लॉक कर रहा है।

भारत में बड़े स्तर पर उपयोग किए जाने वाले गूगल पे ने संभावित धोखाधड़ी के बारे में यूजर्स को चेतावनी देने के लिए 4.1 करोड़ से अधिक अलर्ट भेजे हैं। इसने अकेले 2024 में 13,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी को रोकने में भी सहायता की है।

कंपनी के गूगल प्ले उत्पाद ने अक्टूबर 2024 में भारत में पायलट किए जाने के बाद से 1.3 करोड़ उपकरणों पर लगभग 6 करोड़ जोखिम भरे ऐप इंस्टॉल को ब्लॉक किया है।

गूगल साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। इसने खतरों का शीघ्र पता लगाने और उस जानकारी को अन्य कंपनियों और सरकारी संस्थाओं के साथ साझा करने के लिए एक नया एआई-पावर्ड एप्रोच पेश किया है।

गूगल सिक्योरिटी में इंजीनियरिंग की उपाध्यक्ष हीदर एडकिंस ने बताया कि ऑनलाइन खतरे अब मशीन की गति से विकसित हो रहे हैं। एआई की सीखने, तर्क करने और बड़े पैमाने पर कार्य करने की क्षमता डिफेंडर्स को हमलावरों से पहले की तुलना में कहीं अधिक आगे रहने की अनुमति दे रही है।

Point of View

गूगल का यह कदम भारत में डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को बढ़ाता है, बल्कि व्यवसायों और सरकारी संस्थानों के लिए भी एक नई सुरक्षा प्रणाली प्रस्तुत करता है।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

गूगल का सुरक्षा चार्टर क्या है?
गूगल का सुरक्षा चार्टर एक पहल है जो ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा, साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने और जिम्मेदार एआई विकास को सुनिश्चित करता है।
गूगल ने कितने लोगों तक पहुंच बनाई है?
गूगल का 'डिजिकवाच' कार्यक्रम 17.7 करोड़ से अधिक भारतीयों तक पहुंच चुका है।
गूगल पे ने कितने अलर्ट भेजे हैं?
गूगल पे ने 4.1 करोड़ से अधिक संभावित धोखाधड़ी के अलर्ट भेजे हैं।
सुरक्षा चार्टर के मुख्य लक्ष्य क्या हैं?
सुरक्षा चार्टर के मुख्य लक्ष्य हैं यूजर्स को धोखाधड़ी से सुरक्षित रखना, साइबर सुरक्षा को मजबूत करना और जिम्मेदार एआई सिस्टम का निर्माण करना।
गूगल की खोज प्रणाली में क्या सुधार हुआ है?
गूगल की खोज प्रणाली अब 20 गुना अधिक धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों की पहचान कर सकती है।