क्या 26 प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म डार्क पैटर्न को खत्म करने के लिए सेल्फ-ऑडिट के साथ अनुपालन की घोषणा कर रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- 26 ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने डार्क पैटर्न से निपटने के लिए अनुशासन दिखाया है।
- स्व-घोषणा पत्र द्वारा उपभोक्ता संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है।
- डार्क पैटर्न की पहचान और रोकथाम के लिए दिशानिर्देश, 2023 लागू हुए हैं।
नई दिल्ली, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा गुरुवार को साझा की गई जानकारी के अनुसार, डिजिटल मार्केटप्लेस में उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए 26 प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने स्व-घोषणा पत्र प्रस्तुत किए हैं। इन घोषणाओं के माध्यम से, ये प्लेटफॉर्म डार्क पैटर्न की रोकथाम और विनियमन के लिए दिशानिर्देश, 2023 के अनुपालन की पुष्टि करते हैं।
यह कदम ग्राहकों को गुमराह करने वाली भ्रामक ऑनलाइन डिज़ाइन प्रथाओं को नियंत्रित करने के लिए भारत के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
इन प्लेटफार्मों ने डार्क पैटर्न की पहचान, मूल्यांकन और हटाने के लिए आंतरिक सेल्फ ऑडिट या तृतीय पक्ष ऑडिट किया है। इन सभी 26 प्लेटफार्मों ने यह घोषणा की है कि उनके प्लेटफॉर्म डार्क पैटर्न से मुक्त हैं और वे ग्राहकों को गुमराह करने के लिए किसी भी प्रकार के मैनिपुलेटिव यूजर इंटरफेस डिज़ाइन का उपयोग नहीं करते।
डार्क पैटर्न की रोकथाम और विनियमन के लिए दिशानिर्देश, 2023 में 13 डार्क पैटर्न की पहचान की गई है जैसे कि फॉल्स अर्जेंसी, बास्केट स्नीकिंग, कंफर्म शेमिंग, फोर्स्ड एक्शन, सब्सक्रिप्शन ट्रैप, इंटरफेस इंटरफेरेंस, बैट एंड स्विच, ड्रिप प्राइसिंग, नैगिंग, भ्रमित करने वाले विज्ञापन, ट्रिक वर्डिंग, एसएएएस बिलिंग और रफ मालवेयर।
केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने इन घोषणाओं की सराहना की है और अन्य कंपनियों को भी इसी प्रकार का स्व-नियमन अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। सीसीपीए ने पहले कंपनियों को निर्देशित किया था कि वे अपनी सेल्फ-ऑडिट डिक्लेरेशन को सार्वजनिक पहुँच के लिए अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें।
मंत्रालय ने कहा कि नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (एनसीएच), सोशल मीडिया कैम्पेन, जानकारीपूर्ण वीडियो और आउटरीच प्रोग्राम के माध्यम से ग्राहकों को डार्क पैटर्न की पहचान करने और उनकी शिकायत करने के लिए शिक्षित किया जा रहा है। इन शिकायतों का व्यवस्थित रूप से समाधान किया जा रहा है और आवश्यकता पड़ने पर प्रवर्तन कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।
सीसीपीए ने कहा है कि वह उल्लंघनों पर करीबी नज़र रख रहा है और उल्लंघन करने वाले प्लेटफार्मों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा।