क्या अदाणी ग्रीन ने एनर्जी इंटेलिजेंस की 'ग्लोबल टॉप 100 ग्रीन यूटिलिटीज' में पहला स्थान हासिल किया?
सारांश
Key Takeaways
- अदाणी ग्रीन एनर्जी ने एनर्जी इंटेलिजेंस की 'ग्लोबल टॉप 100 ग्रीन यूटिलिटीज' में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- यह भारत की ग्रीन एनर्जी में तेजी से प्रगति को दर्शाता है।
- इस सूची में भारत की कुल छह कंपनियाँ शामिल हैं।
- यह रैंकिंग कंपनियों के सौर और पवन ऊर्जा क्षमता पर आधारित है।
- कार्बन डाइऑक्साइड प्रदूषण पिछले वर्ष 6 प्रतिशत कम हुआ है।
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी ग्रुप की नवीकरणीय ऊर्जा शाखा, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), को एनर्जी इंटेलिजेंस की 'ग्लोबल टॉप 100 ग्रीन यूटिलिटीज' में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि कम कार्बन उत्सर्जन वाले बिजली उत्पादन की दिशा में अदाणी ग्रुप की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है।
पिछले वर्ष अदाणी ग्रीन इस सूची में तीसरे स्थान पर थी, लेकिन इस बार उसने पहला स्थान प्राप्त करके एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल किया है। इससे पहले यह स्थान चीन की कंपनी चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन (सीएनएनसी) के पास था, जो अब चौथे स्थान पर आ गई है। यह अदाणी ग्रीन के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
इस टॉप 10 सूची में भारत की दो कंपनियाँ शामिल हैं और टॉप 100 में कुल छह भारतीय कंपनियाँ हैं। पहले, वर्ष 2011 में बनी पहली सूची में भारत की केवल एक ही कंपनी थी। यह इस बात का संकेत है कि भारत अब ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है।
यह रैंकिंग कंपनियों की सौर और पवन ऊर्जा क्षमता और उनके द्वारा उत्सर्जित ग्रीनहाउस गैस प्रदूषण के आधार पर निर्धारित की जाती है। जिन कंपनियों का प्रदूषण कम और ग्रीन एनर्जी अधिक होती है, उन्हें बेहतर रैंक मिलती है।
अदाणी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि अब ग्रीन एनर्जी के लिए सही नियम और सही लागत दोनों मौजूद हैं। इसलिए अब साफ ऊर्जा की ओर बढ़ना केवल आवश्यकता नहीं, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी लाभकारी है।
रैंकिंग से यह भी स्पष्ट होता है कि अब एशिया दुनिया में ग्रीन एनर्जी का नेतृत्व कर रहा है। टॉप 10 में आधी कंपनियाँ एशिया की हैं, जिनमें भारत और चीन की कंपनियाँ शामिल हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ग्रीन बिजली बनाने वाली कंपनियों से होने वाला कार्बन डाइऑक्साइड प्रदूषण पिछले साल 6 प्रतिशत कम हुआ। यह दर्शाता है कि दुनिया धीरे-धीरे साफ और स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रही है।
एनर्जी इंटेलिजेंस के मैनेजिंग एडिटर जेम्स कॉकेन ने कहा कि जैसे-जैसे दुनिया बिजली पर अधिक निर्भर हो रही है, ऊर्जा कंपनियाँ अब सौर और पवन ऊर्जा में अधिक निवेश कर रही हैं, क्योंकि यह सस्ती और पर्यावरण के लिए फायदेमंद है।
उन्होंने कहा कि यह बात विशेष रूप से एशिया के संदर्भ में सच है, जो वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस दिशा में दुनिया की टॉप 100 ग्रीन एनर्जी कंपनियों का योगदान स्पष्ट है।