क्या सोने की कीमतों में तेजी से मांग में कमी आई है?

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क्या सोने की कीमतों में तेजी से मांग में कमी आई है?

सारांश

भारत में सोने की मांग में उल्लेखनीय कमी आई है, जो कि कीमतों में वृद्धि का परिणाम है। जानें इस कमी के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभाव।

Key Takeaways

  • भारत में सोने की मांग में 16 प्रतिशत की कमी आई है।
  • सोने की कीमतें 23 प्रतिशत बढ़ी हैं।
  • ज्वेलरी की मांग में 31 प्रतिशत की गिरावट आई है।
  • सोने में निवेश 74 प्रतिशत बढ़ा है।
  • आयात में 34 प्रतिशत की कमी आई है।

नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत में सोने की मांग जुलाई-सितंबर अवधि में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत कम होकर 209.4 टन हो गई है। इसका मुख्य कारण सोने की कीमतों में 23 प्रतिशत की वृद्धि है। यह जानकारी गुरुवार को वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा जारी किए गए डेटा में दी गई।

डेटा के अनुसार, इस अवधि में ज्वेलरी की मांग में 31 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। वहीं, कॉइन और बार के लिए निवेश की मांग में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के डेटा के अनुसार, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 1,009 रुपए घटकर 1,19,619 रुपए हो गई है। इससे पहले सोने की कीमत 1,20,628 रुपए प्रति 10 ग्राम थी।

22 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत कम होकर 1,09,571 रुपए हो गई है, जो कि इससे पहले 1,10,495 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। वहीं, 18 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम कम होकर 89,714 रुपए हो गया है, जो कि पहले 90,417 रुपए प्रति 10 ग्राम था।

जुलाई से सितंबर तिमाही में ज्वेलरी पर खर्च लगभग 1.14 लाख करोड़ रुपए पर स्थिर बना हुआ है। हालांकि, सोने में निवेश 74 प्रतिशत बढ़कर 88,970 करोड़ रुपए हो गया है।

सितंबर तिमाही में सोने की कीमतें (आयात शुल्क और जीएसटी को हटाकर) पिछले एक वर्ष में 46 प्रतिशत बढ़कर 97,075 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई हैं। पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 66,614 रुपए पर थी।

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, इस उछाल का ग्राहक धारणा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और आयात 34 प्रतिशत कम होकर 195 टन रह गया है, जो कि पहले 308 टन था।

बाजार के जानकारों ने बताया कि आज के सत्र में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया। इसकी वजह फेड रेट कट के बाद बाजार का नकारात्मक प्रदर्शन करना है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा न्यूक्लियर हथियार टेस्ट करने की अनुमति से बुलियन मार्केट को सपोर्ट मिला है। आने वाले समय में सोना 1,18,000 रुपए से लेकर 1,24,500 रुपए की रेंज में रह सकता है।

Point of View

ताकि भविष्य में सोने के बाजार को स्थिर किया जा सके।
NationPress
30/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत में सोने की मांग में कमी का मुख्य कारण क्या है?
सोने की कीमतों में 23 प्रतिशत की बढ़त के कारण भारत में सोने की मांग में 16 प्रतिशत की कमी आई है।
क्या ज्वेलरी की मांग भी कम हुई है?
हाँ, ज्वेलरी की मांग में 31 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
क्या सोने में निवेश बढ़ा है?
हाँ, सोने में निवेश 74 प्रतिशत बढ़कर 88,970 करोड़ रुपए हो गया है।