क्या भारत की ट्रेवल इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव आ रहा है, जहां 72 प्रतिशत घरेलू यात्री लागत को कम महत्व दे रहे हैं?

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क्या भारत की ट्रेवल इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव आ रहा है, जहां 72 प्रतिशत घरेलू यात्री लागत को कम महत्व दे रहे हैं?

सारांश

भारत की ट्रेवल इंडस्ट्री में हाल के बदलावों से उपभोक्ताओं का खर्च बढ़ा है, जबकि लागत को कम महत्व दिया जा रहा है। जानें इस रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु।

Key Takeaways

  • भारत की ट्रेवल इंडस्ट्री में 88 प्रतिशत यात्री यात्रा करना चाहते हैं।
  • घरेलू यात्राओं में 72 प्रतिशत यात्री लागत को कम महत्व देते हैं।
  • यात्रा अब सेल्फ-एक्सप्रेशन का माध्यम बन गई है।
  • घरेलू यात्री ट्रैफिक में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • नए एयरपोर्ट्स की स्थापना हो रही है, जैसे कि नवी मुंबई और नोएडा

नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की ट्रेवल इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं, और उपभोक्ताओं के विश्वास और खर्च में तेजी आई है। यह जानकारी बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आई है।

गूगल द्वारा कमीशन की गई कांतार रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 88 प्रतिशत यात्री यात्रा करने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं। इस उद्योग का ध्यान प्रीमियमाइजेशन और वैल्यू मैक्सीमाइजेशन पर केंद्रित है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू यात्राओं में 72 प्रतिशत यात्री लागत को कम महत्व देते हैं, और 81 प्रतिशत यात्री अनुमान से अधिक खर्च कर रहे हैं। यह प्रीमियमीकरण वैश्विक यात्राओं में भी तेजी से बढ़ रहा है, जहां औसत खर्च घरेलू यात्रा के खर्च का 3.2 गुना है।

गूगल इंडिया के ट्रैवल एवं फूडटेक हेड शौरभ कपाड़िया ने कहा, यात्रा अब सेल्फ-एक्सप्रेशन का एक माध्यम बन गई है। हालांकि, बुकिंग के तरीकों में अभी भी विविधता नहीं है, और हमारा डिजिटल इकोसिस्टम इस जटिलता को सरल बनाने की कोशिश कर रहा है।

देश में बढ़ते ट्रैवल का मुख्य लाभ हवाई क्षेत्र को भी मिल रहा है।

घरेलू यात्री ट्रैफिक का अनुमान है कि अक्टूबर में 1.42 करोड़ रहेगा, जो सालाना आधार पर 4.5 प्रतिशत और सितंबर के मुकाबले 12.9 प्रतिशत अधिक है।

रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने कहा है कि यात्रियों की संख्या में वृद्धि का कारण क्षमता विस्तार भी है, क्योंकि अक्टूबर में घरेलू प्रस्थान की संख्या लगभग 99,816 रही है, जो मासिक आधार पर 10.8 प्रतिशत और सालाना आधार पर 1.7 प्रतिशत अधिक है।

आईसीआरए को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 26 में भारतीय एयरलाइनों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात में 13-15 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जिसे विस्तारित अंतरराष्ट्रीय मार्गों और विमानों की बढ़ती उपलब्धता से समर्थन मिलेगा।

वहीं, यात्रियों की मांग को देखते हुए देश में नए-नए एयरपोर्ट्स भी खुल रहे हैं। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कमर्शियल ऑपरेशन 25 दिसंबर से शुरू होंगे। वहीं, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन आने वाले वर्षों में होने की संभावना है।

Point of View

जबकि लागत के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव आ रहा है। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस बदलाव का दीर्घकालिक प्रभाव क्या होगा।
NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत की ट्रेवल इंडस्ट्री में बदलाव का क्या कारण है?
रिपोर्ट के अनुसार, उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ा है और खर्च करने की प्रवृत्ति में वृद्धि हुई है।
घरेलू यात्राओं के लिए कितने प्रतिशत यात्री लागत को महत्व नहीं देते?
72 प्रतिशत यात्री लागत को कम महत्व देते हैं।
गूगल की रिपोर्ट में क्या खास बातें कही गई हैं?
गूगल की रिपोर्ट में बताया गया है कि 88 प्रतिशत यात्री यात्रा करना चाहते हैं और प्रीमियमाइजेशन पर जोर है।
आईसीआरए के अनुसार यात्री यातायात में वृद्धि का कारण क्या है?
आईसीआरए के अनुसार, क्षमता विस्तार यात्रियों की संख्या में वृद्धि का मुख्य कारण है।
नए एयरपोर्ट कब खुलने जा रहे हैं?
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट 25 दिसंबर से शुरू होगा, और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन भविष्य में होगा।
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