क्या आईएमसी से टेलीकॉम सिस्टम में स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिल रहा है? : वाइस प्रेसिडेंट, टीसीएस

सारांश
Key Takeaways
- आईएमसी टेलीकॉम नवाचार को बढ़ावा देने का अद्वितीय मंच है।
- टीसीएस ने स्वदेशी 4जी स्टैक विकसित किया है।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेलीकॉम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
- सरकार की नीतियां मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से स्वदेशीकरण को बढ़ावा दे रही हैं।
- भारत में टेलीकॉम इकोसिस्टम का विकास हो रहा है।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के वाइस प्रेसिडेंट और नेटवर्क सॉल्यूशंस एवं सर्विसेज बिजनेस के ग्लोबल हेड, विमल कुमार ने शुक्रवार को कहा कि आईएमसी एक अद्वितीय मंच है और इससे टेलीकॉम सिस्टम में नवाचार और स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिल रहा है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2025 के तीसरे दिन समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए विमल कुमार ने कहा, "यह एक अद्भुत इवेंट है और यहां बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हैं। मैं इसका आयोजन करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं। इससे भारत में टेलीकॉम सिस्टम में नवाचार और स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिल रहा है।"
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल के जवाब में टीसीएस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आज के समय में सभी उद्योगों में एआई की महत्वपूर्ण भूमिका है और टेलीकॉम भी इससे अछूता नहीं है।
हम नेटवर्क को बेहतर तरीके से संचालित करने और सुरक्षित रखने के लिए एआई का उपयोग कर रहे हैं। हमारा मानना है कि डिजिटल, एआई, 5जी, 6जी, ये सभी एक ही चीज के विभिन्न नाम हैं।
कंपनी की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम भारत का स्वदेशी 4जी स्टैक बनाने में सफल रहे हैं, जिसे बीएसएनएल को डिलीवर किया जा चुका है और यह अब 97,000 से अधिक साइट्स पर कार्यरत है।
आईएमसी में क्वालकॉम इंडिया के सीनियर डायरेक्टर बिजनेस डेवलपमेंट (आईईओटी, ऑटो, कनेक्टिविटी और ब्रॉडबैंड), मनमीत सिंह ने कहा था कि केंद्र सरकार लगातार ऐसी नीतियां बना रही है, जिससे भारत में पूरा इकोसिस्टम तैयार हो रहा है।
उन्होंने सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि पहले 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसका मतलब केवल भारत के लिए निर्माण करना नहीं, बल्कि दुनियाभर में देश में बने उत्पादों का निर्यात करना भी है। अब अगले चरण में सरकार देश में प्रोडक्ट डिजाइन पर ध्यान केंद्रित कर रही है।