क्या जीएसटी 2.0 के रोलआउट से उपभोग में वृद्धि होगी?

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क्या जीएसटी 2.0 के रोलआउट से उपभोग में वृद्धि होगी?

सारांश

क्या जीएसटी 2.0 के आगमन से उपभोग में औपचारिकता की वृद्धि होगी? नवीनतम रिपोर्ट में इस दिशा में महत्वपूर्ण संकेत हैं, जो प्रीमियम उपभोक्ताओं की आकांक्षाओं को भी उजागर करती है। जानिए इसके प्रभाव और संभावित लाभ।

Key Takeaways

  • जीएसटी 2.0 से उपभोग में औपचारिकता बढ़ेगी।
  • प्रीमियम उपभोक्ता विशेष पेशकशों की अपेक्षा करेंगे।
  • खाद्य और व्यक्तिगत देखभाल श्रेणियों में रेट्स का व्यवस्थितकरण।
  • एफएमसीजी में प्रमुख श्रेणियों को लाभ मिलेगा।
  • नियामकीय सहायता से विकास को बढ़ावा मिलेगा।

नई दिल्ली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी 2.0 के रोलआउट के साथ, उपभोग औपचारिकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाएगा और प्रीमियम उपभोक्ता विशेष पेशकशों की अपेक्षा करेंगे, जिससे कुल उपभोग को बढ़ावा मिलेगा। यह जानकारी मंगलवार को जारी की गई एक लेटेस्ट रिपोर्ट में साझा की गई।

एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट में कहा गया है कि मैक्रो सेक्टर में सकारात्मक रुझान इस क्षेत्र के उच्च मूल्यांकन का समर्थन कर रहे हैं, जबकि विकास का समर्थन अभी भी अपेक्षित है।

रिपोर्ट में आगे उल्लेख किया गया है, "जीएसटी 2.0 की घोषणा से पूर्व की अपेक्षित गति लाभकारी रही है। जैसे-जैसे हम लाभों पर ध्यान केंद्रित करते हैं और चयनित शेयरों के लक्ष्य मूल्यों में वृद्धि करते हैं, हमारी शेयर मांगें मजबूत बनी हुई हैं।"

जीएसटी 2.0 के तहत, खाद्य और आवश्यक व्यक्तिगत देखभाल श्रेणियों में रेट्स में एक बड़े स्तर पर व्यवस्थित किया गया है।

जीएसटी परिषद ने होम केयर उत्पादों को मोटे तौर पर 18 प्रतिशत के दायरे में रखा है, जबकि दैनिक उपयोग की व्यक्तिगत देखभाल वस्तुओं पर कर में कटौती की गई है और विवेकाधीन वस्तुओं पर कर की दर 18 प्रतिशत पर बनी हुई है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि संगठित खाद्य और पेय पदार्थ सेगमेंट पर वेटेड जीएसटी दर 10 प्रतिशत से घटकर 6 प्रतिशत होने की संभावना है, जिसका कुल बाजार मूल्य 7 ट्रिलियन रुपए है।"

इसी तरह, संगठित घरेलू और व्यक्तिगत देखभाल सेगमेंट पर कर की दर 5 पीपीटी घटकर 12 प्रतिशत रह सकती है, जिसका आकार 2 ट्रिलियन रुपए है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "एफएमसीजी में शीर्ष पांच श्रेणियां जैसे साबुन, ओरल केयर, हेयर केयर, बिस्कुट और नमकीन स्नैक्स को जीएसटी दर में कटौती का लाभ मिलेगा। हम वर्तमान कटौती को व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों में धीमी गति की चिंताओं को दूर करने के रूप में देखते हैं। जबकि बिस्कुट और नमकीन स्नैक्स के लाभों से औपचारिकता को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।"

पिछले वर्ष, इस क्षेत्र के लिए नियामकीय सहायता में शानदार वृद्धि हुई है, जिससे तीव्र विकास को बढ़ावा मिला है। बेहतर क्रियान्वयन और उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं के अनुरूप पोर्टफोलियो वाली कंपनियों को सबसे अधिक लाभ होने की उम्मीद की जा रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "हमारे द्वारा कवर की जा रही कंपनियों को त्वरित औपचारिकीकरण से लाभ होगा, हालांकि नई उम्र के ब्रांड से प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए मजबूत क्रियान्वयन आवश्यक होगा। जीएसटी 2.0 की घोषणा से पूर्व की अपेक्षित गति लाभकारी साबित हुई है।"

Point of View

जीएसटी 2.0 का रोलआउट उपभोग के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है। यह न केवल औपचारिकता को बढ़ावा देने में सहायक है, बल्कि प्रीमियम उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस प्रक्रिया में सभी हितधारकों को लाभ मिले।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी 2.0 के क्या लाभ हैं?
जीएसटी 2.0 उपभोग में औपचारिकता को बढ़ावा देता है और प्रीमियम उपभोक्ताओं के लिए विशेष पेशकशों को जन्म देता है।
जीएसटी 2.0 में क्या बदलाव हैं?
इसमें खाद्य और व्यक्तिगत देखभाल श्रेणियों में रेट्स का व्यवस्थितकरण किया गया है।
क्या जीएसटी 2.0 से उपभोक्ता प्रभावित होंगे?
जीएसटी 2.0 से उपभोक्ताओं को नई पेशकशों और कम दरों का लाभ मिलेगा।
क्या यह रिपोर्ट विश्वसनीय है?
यह रिपोर्ट एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज द्वारा जारी की गई है, जो एक प्रतिष्ठित संस्था है।
क्या जीएसटी 2.0 का प्रभाव दीर्घकालिक होगा?
हाँ, जीएसटी 2.0 का प्रभाव दीर्घकालिक होगा और उपभोग के ढांचे को बदल सकता है।