क्या मारुति सुजुकी इंडिया का निर्यात 17.5 प्रतिशत बढ़ा है, और क्या फ्रॉन्क्स सबसे अधिक निर्यातित एसयूवी बनी?

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क्या मारुति सुजुकी इंडिया का निर्यात 17.5 प्रतिशत बढ़ा है, और क्या फ्रॉन्क्स सबसे अधिक निर्यातित एसयूवी बनी?

सारांश

मारुति सुजुकी इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 में 3.3 लाख से अधिक इकाइयों का निर्यात किया। यह भारत के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में 17.5% की वृद्धि दर्शाता है, जिससे फ्रॉन्क्स ने भारत की पहली एसयूवी बनने का गौरव प्राप्त किया। जानिए इस सफलता के पीछे का राज!

Key Takeaways

  • मारुति सुजुकी ने वित्त वर्ष 2025 में 3.3 लाख से अधिक इकाइयों का निर्यात किया।
  • निर्यात में 17.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • फ्रॉन्क्स ने 25 महीनों में 1 लाख इकाइयों का निर्यात किया।
  • ऑटोमोबाइल क्षेत्र का GDP में 7.1 प्रतिशत का योगदान।

नई दिल्ली, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्यातक कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि उसने वित्त वर्ष 2025 में 3.3 लाख से अधिक इकाइयों का निर्यात किया है, जो कि किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक का सबसे अधिक है।

यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 17.5 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इस समय में, देश का कुल ऑटोमोबाइल निर्यात भी 19 प्रतिशत बढ़कर 53 लाख इकाइयों से अधिक हो गया।

चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही) की पहली तिमाही में, भारत का ऑटोमोबाइल निर्यात सालाना आधार पर 22 प्रतिशत बढ़कर लगभग 14.57 लाख इकाई हो गया।

कंपनी के अनुसार, फ्रॉन्क्स ने महज 25 महीनों में 1 लाख इकाइयों का निर्यात करने वाली भारत की पहली एसयूवी बनने का गौरव प्राप्त किया है।

इनमें से 69,000 इकाइयां वित्त वर्ष 25 में विदेशों में भेजी गईं। मारुति के अत्याधुनिक गुजरात संयंत्र में निर्मित फ्रॉन्क्स, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अफ्रीका के विभिन्न बाजारों में पहुंच चुकी है। 'मेड इन इंडिया' एसयूवी का निर्यात 80 से अधिक देशों में किया जाता है। जापान में फ्रॉन्क्स की सफलता इसकी बढ़ती बिक्री में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

मारुति सुजुकी पिछले चार लगातार वित्तीय वर्षों से भारत से सबसे अधिक निर्यात के साथ अग्रणी यात्री वाहन (पीवी) निर्यातक रही है।

भारत से पीवी निर्यात में इसकी हिस्सेदारी वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 47 प्रतिशत के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, जिसमें 96,000 से अधिक वाहनों का निर्यात किया गया। वर्तमान में, मारुति सुजुकी लगभग 100 देशों में 17 मॉडल का निर्यात करती है, और इसके प्रमुख गंतव्य दक्षिण अफ्रीका, जापान और सऊदी अरब हैं।

मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने कहा, "वैश्विक बाजारों के लिए विश्वस्तरीय वाहन बनाने की कंपनी की क्षमता 'मेक इन इंडिया' पहल के सच्चे सार का उदाहरण है।" उन्होंने कहा, "अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर हमारे नए सिरे से फोकस ने यात्री वाहन निर्यात में सुजुकी के निरंतर नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"

उन्होंने बताया, "फ्रॉन्क्स दुनिया भर के ग्राहकों को खुश कर रहा है। सबसे तेज़ 1 लाख निर्यात के अलावा, फ्रॉन्क्स वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का नंबर 1 निर्यातित यात्री वाहन भी था।"

ऑटोमोबाइल क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 7.1 प्रतिशत और इसके कुल निर्यात में लगभग 8 प्रतिशत का योगदान देता है।

-राष्ट्र प्रेस

Point of View

बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। निर्यात में हुई वृद्धि न केवल कंपनी की सफलता को दर्शाती है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक योगदान देती है।
NationPress
25/07/2025

Frequently Asked Questions

मारुति सुजुकी का निर्यात कितना बढ़ा है?
मारुति सुजुकी का निर्यात 17.5 प्रतिशत बढ़ा है।
फ्रॉन्क्स क्यों विशेष है?
फ्रॉन्क्स ने 25 महीनों में 1 लाख इकाइयों का निर्यात करने वाली पहली भारतीय एसयूवी का दर्जा प्राप्त किया।
भारत में ऑटोमोबाइल निर्यात का कुल योगदान क्या है?
ऑटोमोबाइल क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 7.1 प्रतिशत और कुल निर्यात का लगभग 8 प्रतिशत का योगदान देता है।