क्या पिछले 11 वर्षों में देश के टेक्सटाइल क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव आया है?
सारांश
Key Takeaways
- टेक्सटाइल क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव हुए हैं।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्किल में सुधार देखने को मिला है।
- महिला सशक्तिकरण और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिला है।
- 2030 तक टेक्सटाइल निर्यात का लक्ष्य 12 अरब डॉलर है।
- जीएसटी सुधारों से कपड़ों की कीमतें अधिक किफायती हुई हैं।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 11 वर्षों में देश के टेक्सटाइल क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव आया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर स्किल में सुधार देखने को मिला है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा की गई पोस्ट में कहा गया, "पिछले 11 वर्षों में देश के टेक्सटाइल क्षेत्र में ऐतिहासिक परिवर्तन हुए हैं, जिसमें मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर, विस्तारित बाजार, उन्नत स्किल, व्यापक समावेशिता और एक ऐसी मूल्य श्रृंखला शामिल है, जो अब रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देती है।"
पीएमओ की ओर से यह पोस्ट केंद्रीय टेक्सटाइल मंत्री गिरिराज सिंह की पोस्ट को कोट करते हुए की गई है, जिसमें देश के टेक्सटाइल सेक्टर पर एक लेख साझा किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने लेख में लिखा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस क्षेत्र ने रणनीतिक दूरदर्शिता, दृढ़ संकल्प और साहसिक नीतिगत सुधारों को देखा है। इन प्रयासों ने वस्त्र उद्योग में नया आत्मविश्वास जगाया है। हालिया सुधारों का प्रभाव केवल संरचनात्मक परिवर्तन तक सीमित नहीं है। यह किसानों, उद्यमियों, महिलाओं, बुनकरों, तकनीशियनों और युवाओं के लिए नए अवसरों की कहानी है।
लेख में टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम का भी जिक्र किया गया है। इससे क्षेत्र में निवेश भी बढ़ा है। सरकार का लक्ष्य टेक्सटाइल निर्यात को 2030 तक 12 अरब डॉलर तक ले जाना है।
साथी ही लेख में बताया गया कि जीएसटी सुधारों में भी टेक्सटाइल क्षेत्र पर टैक्स को कम किया है। अब 2,500 रुपए तक के कपड़ों पर 5 प्रतिशत तक जीएसटी लगता है। इससे कपड़े आम जनता के लिए अधिक किफायती हो गए हैं और मांग में सुधार होने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
सिंह ने लेख में पीएम मित्र पार्क का उल्लेख किया, जो कि इस क्षेत्र के लिए एक गेम-चेंजर स्कीम है। इस योजना के तहत सात राज्यों में टेक्सटाइल पार्कों के लिए जमीनों का आवंटन हो चुका है और इन पार्क में 33,000 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित हुआ है और 21 लाख से अधिक नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।