क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अंगोला यात्रा 'मेक इन इंडिया' के लिए महत्वपूर्ण है?
सारांश
Key Takeaways
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्रा मेक इन इंडिया के लिए महत्वपूर्ण है।
- भारत और अंगोला के बीच 40 वर्षों का कूटनीतिक संबंध।
- भारत की वैश्विक स्थिति को सुदृढ़ करने का प्रयास।
- ऑयल एंड गैस में साझेदारी की संभावनाएं।
- कौशल विकास और कृषि में सहयोग के अवसर।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अंगोला यात्रा को 'पीएचडीसीसीआई' के सीईओ और महासचिव रंजीत मेहता ने सोमवार को मेक इन इंडिया और विकसित भारत के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए मेहता ने कहा, "अंगोला की स्वतंत्रता के 50 वर्ष और भारत-अंगोला के 40 वर्ष के कूटनीतिक संबंधों के उपलक्ष्य में किसी भारतीय राष्ट्रपति की अंगोला में यह पहली राजकीय यात्रा है। मुझे लगता है कि यह मेक इन इंडिया के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण यात्रा है।"
उन्होंने आगे कहा कि भारत अंगोला को वंदे भारत ट्रेन की तकनीक प्रदान करने में सक्षम है।
मेहता ने कहा, "यह एक बेहद महत्वपूर्ण और रणनीतिक कदम है क्योंकि भारत ग्लोबल साउथ के साथ गहराई से जुड़ रहा है, जिसमें अंगोला विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने जानकारी दी कि अंगोला हमारे लिए ऑयल एंड गैस में एक भागीदार है। वर्तमान भू-राजनीतिक तनावों के बीच, गहरे अन्वेषण और ऑयल एंड गैस सेक्टर की अपस्ट्रीमिंग के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यह यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मेहता ने विकसित भारत के दृष्टिकोण पर कहा, "भारत जो भी कदम उठा रहा है, वह निश्चित रूप से 2047 तक विकसित भारत बनाने में मदद करेगा। क्योंकि भारत सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और अंगोला खनिज, महत्वपूर्ण खनिज और ऊर्जा संसाधनों में विश्व के शीर्ष देशों में से एक है।"
उन्होंने दोनों देशों के बीच साझेदारी पर कहा, "मुझे लगता है कि यह साझेदारी बहुत प्रभावी साबित होगी क्योंकि अंगोला को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की आवश्यकता है। वहीं, भारत सबसे युवा आबादी वाले देशों में से एक है। मुझे लगता है कि कौशल विकास और कृषि जैसे क्षेत्रों में बहुत कुछ किया जा सकता है।"
मेहता ने कहा कि राष्ट्रपति की यह यात्रा अत्यधिक महत्वपूर्ण है और निश्चित रूप से यह 2047 तक पीएम मोदी के दृष्टिकोण, "विकसित भारत 2047" के लिए एक बड़ा योगदान देगी।