क्या अमिताभ बच्चन ने अहमदाबाद विमान हादसे पर पारदर्शिता की आवश्यकता पर जोर दिया?

सारांश
Key Takeaways
- पारदर्शिता की आवश्यकता है।
- एकता में ताकत है।
- इस दुख से सीखने की आवश्यकता है।
- हादसे में 241 लोगों की जान गई।
- बिग बी ने भावुक होकर संवेदना व्यक्त की।
मुंबई, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने एयर इंडिया ड्रीमलाइनर दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इस भयंकर हादसे में 241 लोगों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि वह अत्यंत दुखी हैं और प्रार्थना की कि यह त्रासदी हमें एकजुट करे ताकि हम उन सभी का सम्मान कर सकें जिन्होंने अपनी जानें गंवाईं। इसके साथ ही, उन्होंने इस हादसे की जांच के लिए पारदर्शिता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
बिग बी ने अपने ब्लॉग में लिखा, "इस एयर इंडिया हादसे ने मुझे गहरे दुख में डाल दिया है। मेरे देशवासियों के अलावा, जिन अन्य देशों ने अपने नागरिकों को इस हादसे में खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि यह दुख हमें एकजुट करे, ताकि हम सभी मिलकर मृतकों के प्रति सम्मान प्रकट कर सकें।"
अमिताभ बच्चन ने आगे कहा, "इस हादसे की जांच ईमानदारी और पारदर्शिता से होनी चाहिए ताकि हम इसे हमेशा याद रखें और इससे कुछ सीख सकें। हमें मजबूती से आगे बढ़ना होगा और सही कदम उठाने होंगे, ताकि हम सब इस दुख से उबर सकें।"
इस घटना में अमिताभ बच्चन के करीबी मित्र के बेटे की भी मौत हो गई, जिससे वह बहुत भावुक हो गए।
बिग बी ने बिना किसी का नाम लिए लिखा, "आज की सुबह ने मुझे और मेरे परिवार को एक और गहरा सदमा दिया। यह सुबह दुखभरी खबर लेकर आई। हमारे एक प्रिय मित्र ने अपना बेटा खो दिया। वह युवा था और यह सब अचानक हुआ। हम सभी किस तरह के दर्द से गुजर रहे हैं, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। विश्वास करना बहुत मुश्किल है कि ऐसा हुआ। अब बस प्रार्थना करनी है और दुख में डूबे लोगों को हिम्मत देनी है।"
गौरतलब है कि 12 जून की दोपहर को एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह विमान एआई-171 अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था। उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद, यह विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज के पास एक रिहायशी इलाके में गिर गया। इस हादसे में 241 यात्रियों की जान चली गई।
इस दुर्घटनाग्रस्त विमान में 230 यात्री, 10 केबिन क्रू मेंबर और 2 पायलट शामिल थे।
अधिकारियों के अनुसार, इस हादसे में केवल एक व्यक्ति ही बच पाया, जो 11ए सीट पर बैठा था। उसका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।