क्या फिल्म की असल हीरो जरीना वहाब हैं? प्रभास ने 'राजा साब' से जुड़े दिलचस्प किस्से बताए
सारांश
Key Takeaways
- प्रभास की फिल्म 'राजा साब' एक हॉरर-कॉमेडी है।
- जरीना वहाब का किरदार फिल्म की आत्मा है।
- फिल्म में हॉरर और कॉमेडी का संतुलन है।
- प्रभास ने जरीना की अदाकारी की तारीफ की।
- सभी कलाकारों को समान मौका दिया गया है।
मुंबई, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जब किसी बड़े सितारे की फिल्म रिलीज के नजदीक होती है, तो उससे जुड़े हर पहलू पर दर्शकों की नजर रहती है। विशेष रूप से प्रभास जैसे सुपरस्टार के मामले में उत्सुकता और भी बढ़ जाती है। एक्शन फिल्मों में अपनी अलग पहचान बनाने वाले प्रभास इस बार कुछ नया पेश कर रहे हैं। उनकी आगामी फिल्म 'राजा साब' को लेकर पहले से ही काफी चर्चाएं चल रही हैं।
यह फिल्म हॉरर और कॉमेडी का अनूठा मिश्रण है, जिसका निर्देशन मारुति कर रहे हैं। फिल्म के प्री-रिलीज इवेंट में प्रभास ने कई दिलचस्प खुलासे किए।
इवेंट के दौरान प्रभास ने जरीना वहाब की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "जरीना वहाब ने मेरे किरदार की दादी का रोल निभाया है और उनका अभिनय वास्तव में देखने लायक है। कई बार तो मैं अपने सीन भूल जाता था, जरीना की अदाकारी इतनी प्रभावशाली और गहरी थी कि मैं पूरी तरह से उन पर ध्यान केंद्रित कर लेता था। उनके अभिनय में जो गहराई और सच्चाई है, वह किसी भी कलाकार में मुश्किल से मिलती है।"
प्रभास ने आगे कहा, "फिल्म की कहानी दादी और पोते के रिश्ते के इर्द-गिर्द घूमती है, और जरीना वहाब का किरदार फिल्म की आत्मा है। इस फिल्म की असली हीरो तो जरीना वहाब ही हैं। उन्होंने हर सीन को यादगार बना दिया। अब मैं उनका बड़ा फैन बन गया हूं।"
प्रभास ने साझा किया कि इस फिल्म में हॉरर और कॉमेडी का संतुलन बहुत शानदार तरीके से रखा गया है। उन्होंने कहा कि दर्शकों को फिल्म में हंसने और डरने का अनुभव दोनों मिलेगा, और यह उन्हें पूरी तरह से बांधकर रखेगा।
इसके अतिरिक्त, प्रभास ने अपने सह-कलाकारों की भी सराहना की। उन्होंने कहा, "संजय दत्त के छोटे से सीन भी पूरी स्क्रीन पर छा गए, और बाकी कलाकार जैसे रिद्धि, मालविका और निधि ने भी अपने-अपने अंदाज में बेहतरीन प्रदर्शन किया। तीनों बेहद खूबसूरत हैं और अपनी अदाकारी से दर्शकों को प्रभावित करेंगी। हर कलाकार को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिला है और हर किरदार कहानी को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण है।"
प्रभास ने कहा, "जब मैंने पहली बार निर्देशक मारुति से इस फिल्म के बारे में बात की थी, तब उन्होंने स्पष्ट कहा था कि वे दर्शकों को एक अच्छा और सच्चा मनोरंजन देना चाहते हैं। आजकल ज्यादातर फिल्में केवल एक्शन पर निर्भर होती हैं, लेकिन वे कुछ हल्का, मजेदार और अलग करना चाहते थे। इसी सोच से 'राजा साब' की शुरुआत हुई, जिसमें डर और हंसी का संतुलन रखा गया है।"