क्या मनीषा रानी अब रियलिटी स्टार होने के साथ-साथ अभिनेत्री भी बन गई हैं?

सारांश
Key Takeaways
- मनीषा रानी ने 'हाले दिल' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की।
- उन्होंने अपने किरदार इंदु को अपने जैसा प्यारा और मजेदार बताया।
- रोमांटिक सीन शूट करना उनके लिए चुनौतीपूर्ण था।
- शो में महिलाओं की पहचान खोने का संदेश है।
- गोरखपुर की बोली इंदु के किरदार की नींव है।
मुंबई, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। 'बिग बॉस ओटीटी 2’ की फाइनलिस्ट मनीषा रानी ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत स्ट्रीमिंग टाइटल ‘हाले दिल’ से की है। मनीषा ने खुलासा किया कि उन्होंने इतनी देर बाद एक्टिंग और स्क्रिप्टेड स्टोरीटेलिंग की दुनिया में कदम रखने का निर्णय क्यों लिया।
मनीषा कहती हैं, “लोग मुझसे अक्सर पूछते थे कि मैं खुद को एक एक्टर क्यों नहीं मानती। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता था कि मैंने अभी तक यह हक नहीं कमाया है। लेकिन अब जब मैंने एक प्रोजेक्ट में मुख्य भूमिका निभाई है, तो मैं आत्मविश्वास के साथ खुद को एक्टर कह सकती हूं और अपना बायो अपडेट कर सकती हूं। यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने ‘हाले दिल’ में इंदु का किरदार निभाया है, जो एक प्यारी, मासूम महिला है, जिसकी कहानी कई भारतीय महिलाओं के अनुभव को दर्शाती है। अपने किरदार के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "इंदु मेरी तरह ही प्यारी, मजेदार और जिंदादिल है। इसकी कहानी दिल टूटने और जिंदगी में आगे बढ़ने के बारे में है।"
मनीषा का मानना है कि इस कहानी में कई भारतीय महिलाएं खुद को जोड़कर देख पाएंगी। उन्होंने कहा, "उसकी मासूमियत, उसके बोलने का तरीका, खासकर गोरखपुर की बोली, इंदु की नींव बन गई।"
अपने चुलबुले व्यक्तित्व के कारण, मनीषा को रोमांटिक सीन शूट करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण लगा। उन्होंने बताया, "जब भी हम रोमांटिक सीन शूट करते हैं, तो मैं uncontrollable होकर हंसने लगती हूं! अपना चेहरा सीधा रखना मुश्किल था। निर्देशक को मुझे समझाना पड़ा कि सीन के पीछे की भावनाएं क्या हैं।"
उन्होंने साझा किया कि शो का एक मुख्य संदेश यह है कि कैसे महिलाएं शादी के बाद अपनी पहचान खो देती हैं। उन्होंने कहा, "एक महिला न केवल अपना घर और परिवार छोड़ती है, बल्कि अपना नाम भी छोड़ देती है। वह मिसेज शर्मा, मिसेज गुप्ता या मेरे मामले में मिसेज विवेक बन जाती है।"