क्या मंदिरा बेदी अहमदाबाद विमान हादसे को भूल पा रही हैं?

Click to start listening
क्या मंदिरा बेदी अहमदाबाद विमान हादसे को भूल पा रही हैं?

सारांश

मंदिरा बेदी ने हाल ही में एयर इंडिया विमान हादसे पर अपनी भावनाएं शेयर की हैं। उन्होंने बताया है कि वह इस दर्द को पार करने के लिए काउंसलिंग ले रही हैं। आइए जानते हैं उनके अनुभव और भावनाएं।

Key Takeaways

  • मंदिरा बेदी ने अपने दुख को साझा किया है।
  • काउंसलिंग मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
  • इस तरह की त्रासदियों का सामूहिक प्रभाव होता है।
  • भावनाओं को स्वीकार करना आवश्यक है।
  • हमेशा साझा करें अपनी चिंताओं को।

मुंबई, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री और फिटनेस आइकन मंदिरा बेदी हाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के गहरे दर्द को भुला नहीं पा रही हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से अपनी भावनाएं साझा कीं और बताया कि इससे उबरने के लिए वह एक पेशेवर काउंसलर की सहायता ले रही हैं।

मंदिरा बेदी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने अहमदाबाद विमान हादसे के बाद के अपने गहरे दुख के बारे में खुलकर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि यह दुख उन्हें अंदर से कचोट रहा है और इसका असर उनके काम के साथ-साथ बच्चों के साथ बिताए गए समय पर भी पड़ रहा है। जिंदगी के कई पहलुओं पर इसका असर देखने को मिल रहा है।

वीडियो में मंदिरा ने कहा, "हादसे के बाद से मेरे दिल पर एक बोझ सा बना हुआ है। यह दुख चुपके से हर पल मेरे साथ रहता है। मैंने तय किया है कि इसे अकेले नहीं सहूंगी और एक काउंसलर से बात करूंगी। यदि आप भी उदास, चिंतित या असंतुलित महसूस कर रहे हैं, तो जान लें कि आप अकेले नहीं हैं। अपनी भावनाओं को स्वीकारना और उन पर काम करना आवश्यक है।"

शेयर किए गए वीडियो में मंदिरा ने लिखा, "कुछ बुरी यादें अपने आप खत्म नहीं होतीं। हमें उन्हें दूसरों के साथ साझा करने की आवश्यकता होती है। मैं यही कर रही हूं। यदि आप भी एक बोझ महसूस कर रहे हैं, तो इसे अपनाएं।”

ज्ञात हो कि 12 जून को अहमदाबाद के मेघानी नगर क्षेत्र के पास एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 242 यात्रियों में से 241 की जान चली गई थी। यह त्रासदी ने पूरे देश और विश्व को झकझोर दिया और कई लोगों पर गहरा भावनात्मक असर छोड़ा।

इस घटना की जांच की जा रही है। वहीं, बोइंग कंपनी के अधिकारियों ने भी अहमदाबाद में घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक जानकारियां जुटाईं। माना जा रहा है कि यह हादसा किसी तकनीकी खराबी के कारण हुआ।

Point of View

मैं यह कहना चाहूंगा कि किसी भी त्रासदी का असर केवल व्यक्तिगत नहीं होता, बल्कि यह समाज के विभिन्न हिस्सों पर भी गहराई से प्रभाव डालता है। मंदिरा बेदी का अनुभव इस बात का प्रमाण है कि हमें अपनी भावनाओं को साझा करने की आवश्यकता है। यह न केवल हमें मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में मदद करता है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संवाद भी स्थापित करता है।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

मंदिरा बेदी ने क्या साझा किया है?
मंदिरा बेदी ने एयर इंडिया विमान हादसे पर अपनी भावनाएं साझा की हैं और बताया है कि वह काउंसलिंग ले रही हैं।
इस हादसे में कितने लोगों की जान गई थी?
इस हादसे में 242 यात्रियों में से 241 की जान चली गई थी।
क्या मंदिरा ने काउंसलिंग क्यों ली?
उन्होंने अपने दुख और मानसिक स्वास्थ्य को संभालने के लिए पेशेवर काउंसलिंग लेने का निर्णय लिया।