क्या जासूसी फिल्में देखकर नीरू बाजवा ने किरदारों की शारीरिक भाषा को समझा?

सारांश
Key Takeaways
- नीरू बाजवा ने जासूसी फिल्मों से प्रेरणा ली।
- जॉन अब्राहम के साथ काम करने का अनुभव अद्वितीय रहा।
- फिल्म ‘तेहरान’ एक साहसी और बेबाक कहानी है।
मुंबई, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री नीरू बाजवा अपनी आगामी फिल्म ‘तेहरान’ में नजर आने वाली हैं। उन्होंने अपने किरदार की तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जासूसी फिल्मों ने इस किरदार के लिए उनकी बहुत मदद की।
नीरू ने बताया कि किरदार के शारीरिक भाषा को समझने के लिए उन्होंने ढेरों जासूसी फिल्में देखी। नीरू ने कहा, "मैंने कोई खास रिहर्सल या एक्टिंग नहीं की थी। मैंने सिर्फ जासूसी फिल्में देखकर किरदारों की चाल-ढाल, हाव-भाव और शारीरिक भाषा को समझा।"
इस सहज तरीके से उन्हें सेट पर स्वाभाविक अभिनय करने में मदद मिली, जिससे उनके किरदार में और भी गहराई आई।
नीरू ने अपने सह-कलाकार जॉन अब्राहम की तारीफ करते हुए कहा, "जॉन बहुत विनम्र और सकारात्मक इंसान हैं। उन्होंने सेट पर सभी को सहज रखा, जिससे हमारा काम और भी बेहतर हुआ।"
उन्होंने जॉन के साथ अभिनय को एक शानदार अनुभव बताया और कहा, "जॉन एक बेहतरीन को-एक्टर हैं। उनकी ऊर्जा और जोश कमाल है। एक अच्छा को-एक्टर आपके अभिनय को निखारता है और 'तेहरान' में जॉन ने ऐसा ही किया।"
नीरू ने फिल्म को चुनने की वजह साझा करते हुए कहा, "मेरे किरदार की मजबूती और स्पष्टता ने मुझे आकर्षित किया। यह एक ऐसी महिला की कहानी है, जो मुश्किल हालात में भी सिद्धांतों पर अडिग रहती है। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसी महिला का किरदार निभा रही हूं जो अपने विश्वासों के लिए डटकर खड़ी होती है।"
उन्होंने 'तेहरान' को एक ऐसी फिल्म बताया जो न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि सोचने पर भी मजबूर करती है। नीरू ने कहा, "यह एक साहसी और बेबाक कहानी है, जिसका हिस्सा बनकर मुझे खुशी है।"
अरुण गोपालन द्वारा निर्देशित फिल्म 'तेहरान' को 'मैडॉक फिल्म्स' ने प्रोड्यूस किया है। वहीं, इसमें जॉन अब्राहम, मानुषी छिल्लर, नीरू बाजवा, मधुरिमा तुली और अभिजीत लाहिरी जैसे स्टार्स शामिल हैं। फिल्म सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जी5 पर स्ट्रीम हो रही है।