क्या एसिडिटी होने पर सिर दर्द शुरू हो जाता है? जानें सिर और मस्तिष्क का संबंध!
सारांश
Key Takeaways
- पेट में गैस और सिर दर्द के बीच एक गहरा संबंध है।
- गैस बनने पर डायफ्राम पर दबाव पड़ता है।
- खानपान और व्यायाम से एसिडिटी नियंत्रित की जा सकती है।
- घरेलू उपाय मददगार साबित हो सकते हैं।
- फाइबर युक्त फल और सब्जियाँ खाना फायदेमंद है।
नई दिल्ली, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सिर दर्द की समस्या अक्सर सामान्य समझी जाती है। यह हर उम्र के लोगों को कभी-कभी परेशान कर सकती है। आमतौर पर, इसका संबंध तनाव और थकान से होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि पेट में बनने वाली गैस का भी सिर दर्द से सीधा संबंध होता है? कई लोग यह शिकायत करते हैं कि जब उनके पेट में गैस बनती है, तो उनके सिर में भी दर्द होता है।
पेट में बनने वाली एसिडिटी केवल पेट दर्द का कारण नहीं बनती, बल्कि यह सीने में जलन, उल्टी, जी मचलाना और सिर दर्द जैसी समस्याएं भी पैदा करती है। जब पेट में गैस होती है, तो यह डायफ्राम को प्रभावित करती है, जो फेफड़ों के नीचे स्थित मांसपेशी है। जैसे ही पेट फूलता है, डायफ्राम पर दबाव पड़ता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। गैस बढ़ने पर यह श्वास नली में जलन पैदा करती है, जिससे उल्टी और जी मचलाना जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
इसके अतिरिक्त, पेट में बनने वाली एसिडिटी रक्त के प्रवाह को प्रभावित करती है, जिससे मस्तिष्क में रक्त का सही प्रवाह नहीं हो पाता, जिसके कारण सिरदर्द होता है। जो लोग पहले से ही माइग्रेन या सिर से संबंधित समस्याओं से पीड़ित होते हैं, उनके लिए गैस बनने पर सिर दर्द सबसे पहले ट्रिगर होता है।
पेट में बनने वाली एसिडिटी को सही खानपान और व्यायाम से नियंत्रित किया जा सकता है। यदि गैस की समस्या बार-बार होती है, तो तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए। खाने में फाइबर से भरपूर फल और सब्जियाँ शामिल करनी चाहिए। इसके साथ ही, समय पर खाना खाना और खाने के बाद थोड़ी देर टहलना भी फायदेमंद है। इससे भोजन पचने में आसानी होती है और गैस कम बनती है।
घर पर बने कुछ देसी चूर्ण का उपयोग भी पेट में गैस से बचने के लिए किया जा सकता है। दादी-नानी हमेशा खाना खाने के बाद भुनी हुई अजवाइन और काला नमक का सेवन करने की सलाह देती आई हैं। तवे पर काला नमक और अजवाइन को भूनकर पाउडर बनाकर रखें और खाने के बाद आधा चम्मच सेवन करें। इससे पाचन शक्ति बढ़ेगी और भोजन जल्दी पचेगा। इसके अलावा, मिश्री और सौंफ का भी सेवन किया जा सकता है।