क्या भोजन छोड़ना सही है? जानें ये आयुर्वेदिक आदतें जो बॉडी डिटॉक्स करती हैं

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क्या भोजन छोड़ना सही है? जानें ये आयुर्वेदिक आदतें जो बॉडी डिटॉक्स करती हैं

सारांश

क्या आप वजन घटाने के लिए भोजन छोड़ने की सोच रहे हैं? जानिए आयुर्वेद के अनुसार सही तरीके से शरीर को कैसे डिटॉक्स करें। यह लेख आपको स्वस्थ जीवन जीने के लिए बेहद जरूरी और आसान आदतें बताएगा।

Key Takeaways

  • संतुलित आहार ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है।
  • भोजन छोड़ना शरीर के लिए हानिकारक है।
  • योग और प्राणायाम तनाव को कम करते हैं।
  • गर्म पानी पीने से पाचन में सुधार होता है।
  • हर्बल चाय और तिल का तेल भी डिटॉक्स में मददगार हैं।

नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने (डिटॉक्स) और वजन कम करने के लिए कई लोग अक्सर भोजन छोड़ने का सहारा लेते हैं, लेकिन आयुष मंत्रालय ने इस मिथक को तोड़ते हुए आयुर्वेदिक उपायों पर जोर दिया है।

मंत्रालय के अनुसार, भोजन छोड़ना न केवल हानिकारक है, बल्कि यह शरीर की पाचन शक्ति को कमजोर कर सकता है, जिससे विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिन्स) एकत्रित हो सकते हैं। आयुर्वेद में नियमित और संतुलित खान-पान को स्वस्थ जीवन की कुंजी माना गया है।

भोजन छोड़ने के बजाय, नियमित और संतुलित आहार, योग, और प्राकृतिक उपाय शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाने में मदद करते हैं। आयुष मंत्रालय की एक पोस्ट के अनुसार यह धारणा कि भोजन छोड़ने से डिटॉक्स या वजन कम होता है, पूरी तरह गलत है। आयुर्वेद के अनुसार, अनियमित खान-पान की आदतें पाचन अग्नि (पाचन शक्ति) को कमजोर करती हैं, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। इससे शरीर में विषाक्त पदार्थों का निर्माण होता है, जिसे आयुर्वेद में ‘आम’ कहा जाता है।

मंत्रालय ने कुछ सरल आदतों को अपनाने की सलाह दी है, जो प्राकृतिक रूप से शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं। इसके लिए सबसे पहले, नियमित समय पर संतुलित भोजन करना जरूरी है। इसमें फाइबर, प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे बाजरा, हरी सब्जियां और फल शामिल करें। गर्म पानी पीना पाचन को बेहतर बनाता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। इसके अलावा, योग और प्राणायाम जैसे श्वास व्यायाम तनाव को कम करते हैं और शरीर की शुद्धि में सहायक हैं। नाक में तिल का तेल लगाना (नस्य) और हर्बल काढ़ा जैसे तुलसी-अदरक की चाय पीना भी डिटॉक्स में मदद करता है।

पर्याप्त नींद और मौसम के अनुसार जीवनशैली (ऋतुचर्या) अपनाना भी जरूरी है। मंत्रालय ने बताया कि आयुर्वेदिक डिटॉक्स में पंचकर्मा जैसी प्रक्रियाएं शामिल हो सकती हैं, जो विशेषज्ञ की देखरेख में की जानी चाहिए।

Point of View

यह स्पष्ट है कि स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है। लोगों को भोजन छोड़ने के बजाय संतुलित आहार और प्राकृतिक उपायों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ऐसे कदम न केवल स्वास्थ्य को सुधारते हैं बल्कि दीर्घकालिक जीवनशैली में भी सहायक होते हैं।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या भोजन छोड़ने से वजन कम होता है?
भोजन छोड़ने से वजन कम हो सकता है, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। आयुर्वेद के अनुसार, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम बेहतर विकल्प हैं।
डिटॉक्स के लिए कौन सी आदतें अपनानी चाहिए?
गर्म पानी पीना, संतुलित आहार लेना, योग करना और प्राणायाम करना महत्वपूर्ण आदतें हैं।