क्या कचनार के फूल रक्त को शुद्ध करने समेत कई औषधि गुणों से भरपूर हैं?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- कचनार का फूल औषधीय गुणों से भरपूर है।
- यह रक्त शुद्धि में सहायक है।
- महिलाओं के लिए मासिक धर्म संबंधी समस्याओं में मददगार है।
- एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त है।
- सांस और त्वचा संबंधी समस्याओं में लाभकारी है।
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कुछ फूल इतने आकर्षक होते हैं कि उन्हें केवल सजावट के लिए ही समझा जाता है, लेकिन कचनार का फूल न केवल खूबसूरत है, बल्कि औषधीय गुणों से भी संपन्न है।
कचनार की छाल, पत्ते और जड़ का भी विभिन्न बीमारियों में उपयोग किया जाता है। इसे कई नामों से जाना जाता है, जैसे कांचनार या कराली। इसका वैज्ञानिक नाम बाउहिनिया वेरिगाटा है, और इसे अंग्रेजी में ऑर्किड ट्री कहा जाता है।
दिलचस्प बात यह है कि कचनार का पौधा भारत के लगभग सभी हिस्सों में पाया जा सकता है। इसके फूल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर में गांठों, फोड़े-फुंसी, स्किन समस्याओं, लीवर की समस्याओं और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। आयुर्वेद में इसे रक्तपित्त हर कहा गया है, यानी यह रक्त संबंधी बीमारियों को समाप्त करता है।
महिलाओं में रक्तस्राव की समस्या या मासिक धर्म की अनियमितता के मामलों में कचनार का चूर्ण उपयोगी होता है। यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है और रक्त शुद्धि में सहायक है। कचनार को गर्भाशय में रसोली की समस्या के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
कचनार के फूल और पत्ते एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इनका सेवन करने से मौसमी संक्रमण से रक्षा होती है। इन्हें उबालकर पीया जा सकता है या पत्तों की सब्जी बनाई जा सकती है।
कचनार के फूल सांस और त्वचा से संबंधित रोगों में भी मदद करते हैं। अगर त्वचा पर दाद या खुजली है, तो फूल को पीसकर लेप बना सकते हैं। कचनार के फूल की तासीर ठंडी होती है, जिससे जलन में तुरंत राहत मिलती है। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            