क्या कपूर सिर्फ पूजा की सामग्री है या सेहत का खजाना?

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क्या कपूर सिर्फ पूजा की सामग्री है या सेहत का खजाना?

सारांश

कपूर केवल पूजा का सामान नहीं, बल्कि यह सेहत के लिए भी एक अनमोल खजाना है। यह शरीर के दर्द, सर्दी-जुकाम, त्वचा रोगों और श्वसन संबंधी परेशानियों में मदद करता है। जानिए इसके फायदे और आयुर्वेदिक उपयोगों के बारे में।

Key Takeaways

  • कपूर एक प्राकृतिक औषधि है।
  • यह सर्दी-जुकाम में मदद करता है।
  • त्वचा संबंधी समस्याओं में कपूर का उपयोग करें।
  • यह मानसिक शांति प्रदान करता है।
  • सावधानी से करें कपूर का सेवन।

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कपूर एक ऐसा प्राकृतिक तत्व है जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि औषधीय और घरेलू उपयोगों में भी बेहद लाभकारी माना जाता है। यह शरीर के दर्द, सर्दी-जुकाम, त्वचा रोगों और श्वसन संबंधी परेशानियों में बेहद उपयोगी है।

वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो कपूर एक प्राकृतिक कार्बनिक यौगिक है। यह कपूर वृक्ष की लकड़ी से प्राप्त किया जाता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह हवा में रखे रहने पर धीरे-धीरे उड़ जाता है, यानी यह ठोस अवस्था से सीधे गैस में परिवर्तित हो जाता है।

कपूर के औषधीय गुण अत्यंत प्रभावशाली हैं। कपूर का तेल मालिश के लिए उत्तम माना जाता है क्योंकि यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करता है। सर्दी-जुकाम में कपूर को भाप में डालकर लेने से बलगम कम होता है और सांस लेने में राहत मिलती है। इसकी खुशबू बंद नाक को खोलती है और दिमाग को तरोताजा करती है।

त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे खुजली, फोड़े, फुंसी और दाद में कपूर का लेप लगाने से आराम मिलता है। इसके अलावा, कपूर बालों के लिए भी फायदेमंद है। नारियल तेल में कपूर मिलाकर लगाने से डैंड्रफ कम होता है और बाल झड़ना रुकता है।

घरेलू नुस्खों में भी कपूर का उपयोग आम है। सर्दी-जुकाम में सरसों के तेल में कपूर मिलाकर छाती और पीठ पर मालिश करने से काफी राहत मिलती है। सिरदर्द में कपूर और नारियल तेल से हल्की मालिश करने से दर्द शांत होता है।

खुजली या त्वचा पर जलन हो तो कपूर और नारियल तेल का मिश्रण लगाने से तुरंत ठंडक मिलती है। कपूर जलाने से मच्छर और कीड़े-मकोड़े भी दूर रहते हैं। मानसिक शांति और तनाव मुक्ति के लिए कपूर की सुगंध को श्रेष्ठ माना गया है। यह मन को शांत करती है और गहरी नींद लाने में मदद करती है।

आयुर्वेद में कपूर को कई औषधीय उपयोगों का हिस्सा बताया गया है, जैसे कर्पूरादि तेल, हृदयार्णव रस, ज्वरांकुश रस और अर्घ्यवार्धिनी वटी, जो हृदय, पाचन और श्वसन रोगों में उपयोगी हैं।

हालांकि कपूर का सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में यह विषाक्त हो सकता है। इसे सीधे त्वचा पर अधिक मात्रा में न लगाएं और हमेशा वैद्य की देखरेख में उपयोग करें।

Point of View

बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। इसका सही उपयोग हमें कई स्वास्थ्य लाभ दे सकता है। इसके औषधीय गुणों के कारण, इसे आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यद्यपि सावधानी बरतने की आवश्यकता है, कपूर का सही उपयोग हमें ताजगी और स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

कपूर का उपयोग कैसे करें?
कपूर को तेल के साथ मिलाकर मालिश करने, या भाप में डालकर उपयोग किया जा सकता है।
क्या कपूर विषाक्त हो सकता है?
हाँ, कपूर का अधिक सेवन विषाक्त हो सकता है, इसलिए इसे सावधानी से उपयोग करें।
कपूर किस चीज़ से प्राप्त होता है?
कपूर कपूर वृक्ष की लकड़ी से प्राप्त होता है।
कपूर का उपयोग किसलिए किया जाता है?
कपूर का उपयोग सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग, और मानसिक तनाव को कम करने के लिए किया जाता है।
क्या कपूर की खुशबू से तनाव कम होता है?
हाँ, कपूर की खुशबू मानसिक शांति प्रदान करती है और तनाव को कम करती है।