क्या केरल के मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- मरीज की मृत्यु ने चिकित्सकीय लापरवाही के आरोप लगाए हैं।
- स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
- ऑडियो क्लिप ने विवाद को और बढ़ा दिया है।
- अस्पताल के अधिकारियों ने लापरवाही से इनकार किया है।
तिरुवनंतपुरम, ७ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल के तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में एक ४५ वर्षीय मरीज वेणु की मृत्यु के बाद चिकित्सकीय लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं। मृतक ने अपने अंतिम क्षणों में एक ऑडियो क्लिप रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की चर्चा की।
जानकारी के अनुसार, विवाद तब शुरू हुआ जब वेणु की मौत का ऑडियो क्लिप सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें सीने में दर्द के बाद आपातकालीन स्थिति में अस्पताल लाया गया था और उन्हें एंजियोग्राम की आवश्यकता थी।
वेणु ने ऑडियो में कहा कि उन्हें अस्पताल लाए जाने के बाद भी उनका इलाज नहीं किया गया। इसके अलावा, उन्होंने रिश्वतखोरी का भी आरोप लगाया और कहा कि यदि उनकी मौत हुई है, तो यह अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण है।
ऑडियो के बाद, वेणु का स्वास्थ्य बिगड़ गया और उनका निधन बुधवार की रात को हो गया। उनके परिजनों ने अस्पताल पर आरोप लगाया कि उनकी मौत चिकित्सकीय लापरवाही के कारण हुई।
वहीं, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने किसी भी प्रकार की लापरवाही से इनकार करते हुए कहा कि मरीज को कार्डियोलॉजी प्रोटोकॉल के तहत उपचार दिया गया।
उन्होंने बताया कि मरीज २४ घंटे बाद अस्पताल पहुंचा था और उसका क्रिएटिनिन स्तर बहुत अधिक था, जिससे एंजियोग्राम करना संभव नहीं था। मरीज को पहले से मधुमेह और रक्तचाप की समस्याएं थीं।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा निदेशक को जांच के आदेश दिए हैं।
इस विवाद के बीच, कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. मैथ्यू ने मीडिया को बताया कि मरीज ने सीने में दर्द की शिकायत की थी और जांच में पता चला कि उसे दिल का दौरा पड़ा था। हालांकि, २४ घंटे बाद अस्पताल आने के कारण उपचार में देरी हो गई और अंततः मरीज की मृत्यु हो गई। इस घटना ने तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज के स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने जल्द से जल्द जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।