क्या खरपतवार नहीं, बल्कि औषधि है संखाहुली?
सारांश
Key Takeaways
- संखाहुली
- यह बालों के लिए फायदेमंद है।
- संखाहुली का उपयोग त्वचा को जवान रखने में मदद करता है।
- यह गठिया और हड्डियों के दर्द में राहत देता है।
- किसी भी उपयोग से पहले चिकित्सक से सलाह लें।
नई दिल्ली, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत एक ऐसा देश है जो सदियों से प्रकृति को देवी के रूप में पूजता आया है और अपनी वनस्पति संपदा को भी उसी सम्मान के साथ देखता है। यहां पर प्रकृति से प्राप्त हर वस्तु का सदुपयोग करने की गहरी परंपरा है।
वास्तव में, प्रकृति में मौजूद हर पौधा किसी न किसी तरीके से मानवता के लिए लाभकारी होता है; बस जरूरी है कि हम उसके सही उपयोग को समझें। ऐसा ही एक पौधा है संखाहुली, जिसे अक्सर लोग साधारण खरपतवार समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह औषधीय गुणों का असाधारण भंडार है।
संखाहुली एक नुकीला खरपतवार है जो कपड़ों में बुरी तरह चिपक जाता है। यह पशुओं की त्वचा पर भी चिपककर उन्हें नुकसान पहुंचाता है, जिससे लोग इसे जहरीला मानते हैं, लेकिन यह पौधा असल में औषधीय गुणों से भरपूर है। इसे विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे कि कॉकलेबुर, छोटा धतूरा, और हरंखुरी; इसका वैज्ञानिक नाम जैन्थियम स्ट्रूमेरियम है।
यह पौधा सालभर उगता है और नदियों के किनारे तथा घास के मैदानों में अधिक पाया जाता है। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है क्योंकि इसके बीज और कुछ हिस्से जहरीले होते हैं।
संखाहुली में फेनोलिक एसिड, एंटीऑक्सिडेंट, एनाल्जेसिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो कई बीमारियों को कम करने में मदद करते हैं। यदि आपके बाल झड़ रहे हैं, तो यह पौधा बहुत अच्छा परिणाम दे सकता है। यह स्कैल्प में रक्त प्रवाह बढ़ाता है और बालों को मजबूत बनाता है, जिससे बाल कम टूटते हैं और नए बाल उगते हैं। इसे लेप बनाकर सीधे बालों में लगाया जा सकता है या नारियल के तेल में संखाहुली मिलाकर उबालकर बालों की मसाज की जा सकती है।
संखाहुली में कोलेजन की अधिक मात्रा होती है जो त्वचा और नाखूनों के लिए फायदेमंद होती है। यह त्वचा को युवा दिखाने में मदद करता है और झुर्रियों को कम करता है। यदि त्वचा पर काले धब्बे हैं, तो इसका लेप लगाया जा सकता है। बाजार में संखाहुली का पाउडर और दवा उपलब्ध होती है, लेकिन इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। गठिया और हड्डियों के दर्द से राहत पाने के लिए भी संखाहुली बहुत लाभकारी है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और जोड़ों के दर्द में राहत प्रदान करते हैं। इसके लिए संखाहुली को काढ़े के रूप में लिया जा सकता है। यह शरीर के दर्द से भी राहत देता है।